advertisement
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि वे अभी भी 'हिंदुत्व की विचारधारा' के साथ हैं और इसे नहीं छोड़ेंगे. विधानसभा में बोलते हुए उद्धव ने कहा कि उन्होंने देवेंद्र फडणवीस से बहुत कुछ सीखा है और वे हमेशा उनके दोस्त रहेंगे.
ठाकरे ने आगे कहा,'मैं आपको(देवेंद्र फडणवीस) नेता विपक्ष नहीं कहूंगा, बल्कि मैं आपको एक जिम्मेदार नेता बोलूंगा. अगर आप हमारे साथ बेहतर तरीके से पेश आए होते, तो यह सब (बीजेपी-शिवसेना गठबंधन का टूटना) नहीं होता.'
वहीं एनसीपी नेता जयंत ठाकरे ने भी फडणवीस पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘उन्होंने कहा था कि वे वापस आएंगे, लेकिन यह नहीं बताया था कि कहां बैठेंगे. अब वो लौट कर आ गए हैं और सबसे ऊंची कुर्सी (नेता विपक्ष) पर बैठे हैं, जो मुख्यमंत्री की बराबरी की है.’
बता दें सरकार बनाने की कोशिशों के बीच देवेंद्र फडणवीस ने सुबह 6 बजे के आसपास मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी. उनके साथ अजित पवार ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
शनिवार को MVU गठबंधन ने फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित किया. 288 सीटों वाली विधानसभा में सरकार के पक्ष में 169 वोट पड़े. वहीं चार विधायक तटस्थ बने रहे.
बता दें कि बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन के तहत यह चुनाव लड़ा था. हालांकि चुनाव के नतीजों के बाद शिवसेना ने बीजेपी से सत्ता साझेदारी के 50-50 फॉर्मूले के तहत मुख्यमंत्री पद की मांग की. शिवसेना की इस मांग को बीजेपी ने खारिज कर दिया, जिसके बाद दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया.
पढ़ें ये भी: महाराष्ट्र असेंबली स्पीकर पटोले ने कभी खोला था PM के खिलाफ मोर्चा
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)