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एयर इंडिया का विनिवेश लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है. एयरलाइन पर 60,000 करोड़ से ज्यादा का कर्जा है. केंद्र सरकार इसके विनिवेश को लेकर पूरी तरह तैयार दिख रही है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि एयर इंडिया का '100 फीसदी विनिवेश' किया जाएगा और इसे 'एक नया घर ढूंढना चाहिए.' पुरी ने विनिवेश की संभावित डेडलाइन का भी ऐलान किया.
हरदीप सिंह पुरी ने 27 मार्च को कहा कि एयर इंडिया का विनिवेश मई के अंत तक पूरा हो सकता है. पुरी ने बताया कि एयरलाइन के लिए कई बिडर मिले हैं और कुछ को शॉर्टलिस्ट कर लिया गया है.
पुरी ने कहा कि एयरलाइन पर 60 हजार करोड़ के कर्जे में है और इसे बेचना पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री का कहना है कि पवन हंस जैसे बाकी PSU के विनिवेश की भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि COVID-19 की दूसरी वेव की वजह से एयरलाइन्स के 100 फीसदी क्षमता पर चलने में देरी हो रही है. हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 1 अप्रैल से समर शेड्यूल की शुरुआत से 100 फीसदी क्षमता पर एयरलाइन्स को चलाने का इरादा था.
हरदीप सिंह पुरी ने कहा, "अब हम कोरोना केस में फिर उछाल के बाद 100 फीसदी नहीं चला सकते. मैंने एयरपोर्ट ऑपरेटर्स और एयरलाइन्स से ऐसे यात्रियों की नो-फ्लाई लिस्ट लगाने के लिए कहा है जो मास्क नहीं पहनते और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते."
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