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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के दखल के बाद उन्नाव गैंगरेप मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. सीबीआई ने लखनऊ में मामले के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज किए हैं.
मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का नाम आरोपी के रूप में शामिल है.
उन्नाव गैंगरेप मामले सें संबंधित पीड़ित परिवार से पूछताछ के लिए स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) उन्नाव पहुंच गई है. उन्नाव के जिस होटल में पीड़ित परिवार ठहरा है, वहीं एसआईटी भी पहुंच गई है.
उन्नाव गैंगरेप मामले पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. सुरजेवाला ने कहा, "यूपी की योगी सरकार बलात्कारियों को संरक्षण दे रही है. क्योंकि आरोपी विधायक कुलदीप सेंगम योगी आदित्यनाथ की आंख का तारा है.“
सुरजेवाला ने आगे कहा, ‘मोदी जी को अब सन्यास की तैयारी कर लेनी चाहिए. मई 2018 के कर्नाटक चुनाव में अगर आप (पीएम मोदी) नहीं चेते, तो 2019 लोकसभा चुनाव में वनवास की भी तैयारी कर लीजिए.’
यूपी सरकार का इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज जवाब देने के बाद अब इस मामले पर कोर्ट कल दोपहर दो बजे आदेश देगी.
उन्नाव गैंगरेप मामले पर यूपी सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपना बयान दे दिया है. सरकार ने कहा कि उसके पास विधायक के खिलाफ सबूत नहीं है, जिस वजह से कार्रवाई नहीं की जा सकी. पर्याप्त सबूत होने पर कार्रवाई की जाएगी. सरकार के इस बयान पर कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है.
उन्नाव गैंगरेप केस में ढुलमुल रवैये को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रदेश की योगी सरकार को फटकार लगाई है. हाई कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि विधायक की गिरफ्तारी होगी या नहीं? कोर्ट ने सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए दो बजे तक का वक्त दिया है.
उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता को डर है कि आरोपी विधायक जांच को प्रभावित कर सकता है. लिहाजा, पीड़िता ने आरोपी विधायक की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. पीड़िता ने कहा है, 'अभी भी मुझ पर और मेरे पिता की मौत को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसे में मुझे न्याय कैसे मिलेगा? सीबीआई जांच करेगी ये अच्छी बात है, लेकिन पहले विधायक कुलदीप सेंगर की गिरफ्तारी होनी चाहिए, नहीं तो वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं. अब मुझे अपने चाचा की जान का खतरा बना हुआ है.'
उन्नाव की घटना 4 जून 2017 को हुई थी. पीड़िता ने 17 अगस्त को आरोपी विधायक के खिलाफ शिकायत की थी. लेकिन इस मामले में करीब 10 महीने बाद भारी हंगामा होने के चलते केस दर्ज हो सका है. लेकिन पूरे घटनाक्रम की जानकारी देने के बीच डीजीपी गैंगरेप के आरोपी विधायक को ‘माननीय’ कह बैठे.
पत्रकारों ने जब इस पर सवाल उठाया तो डीजीपी महोदय सफाई देते नजर आए. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीजीपी ने क्या कहा, “जैसा कि आपको बताया कि हम लोगों ने माननीय विधायक के खिलाफ जो बलात्कार का आरोप लगाया गया है.’
बलात्कार के आरोपी विधायक को माननीय कहने पर जब मीडियाकर्मियों ने सवाल उठाया तो डीजीपी ने अपनी सफाई में कहा, ‘अगर आप विधायक होने के नाते आरोपी को भी सम्मान दे रहे हैं तो मैं समझता हूं कि.... कोई नहीं....अभी वो दोषी करार नहीं दिए गए हैं. उन पर आरोप लगा है. उस आरोप की जांच सीबीआई को दे दी गई है. अब सीबीआई फैसला लेगी कि उनको गिरफ्तार करना है या नहीं.’
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प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि 4 जून 2017 की घटना के बारे में केस दर्ज कर विवेचना CBI को सौंप दी गई है. अब सीबीआई साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि पीड़िता के पिता की मौत के मामले में भी सीबीआई जांच करेगी.
डीजीपी ने कहा कि सीबीआई की जांच जब तक नहीं हो जाती तब तक पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है. ताकि, पीड़ित परिवार को बिना डरे न्याय मिल सके.
उन्नाव गैंगरेप केस को लेकर प्रधान सचिव गृह और डीजीपी ने प्रेस कॉन्फेंस की. प्रधान सचिव ने पूरे मामले का ब्योरा दिया. साथ ही बताया कि इस मामले में आरोपी विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच सीबीआई को सौंप दी गई है.
प्रधान सचिव गृह ने बताया कि मामले की जांच के लिए SIT गठित की गई थी. एडीजी लखनऊ की अगुवाई में गठित की गई एसआईटी ने उन्नाव का दौरा किया था. उन्नाव में एसआईटी ने पीड़िता के चाचा, पीड़िता और उसकी मां के बयान दर्ज किए. इसके अलावा आरोपी विधायक के पक्ष के भी बयान लिए गए.
उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता के चाचा ने आरोपी विधायक के खिलाफ केस दर्ज किए जाने पर कहा, ‘अगर पुलिस पहले ही आरोपी विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लेती तो मेरा भाई आज जिंदा होता. अब देखते हैं कि विधायक की गिरफ्तारी होती है या नहीं?”
उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. विधायक के खिलाफ धारा 363, 366, 376 और 506 लगाई गई हैं. केस बुधवार देर रात उन्नाव के माखी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया.
इस मामले में क्षेत्राधिकारी सफीपुर, कुंवर बहादुर सिंह भी लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिए गए हैं. शासन ने एसआईटी के साथ जेल डीआईजी और उन्नाव जिला प्रशासन से भी रिपोर्ट मांगी थी. एक साथ तीन रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार ने ये फैसला किया है. इसके साथ ही सरकार पीड़िता के परिवार को सुरक्षा भी उपलब्ध कराएगी.
योगी सरकार ने उन्नाव जिला अस्पताल के दो डॉक्टरों को निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए हैं. जेल अस्पताल के भी तीन डॉक्टरों पर भी कार्रवाई की गाज गिरी है, जिन पर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है.
जेल अस्पताल के भी तीन डॉक्टरों पर भी कार्रवाई की गाज गिरी है जिन पर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है
आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर बुधवार देर रात अचानक राजधानी लखनऊ में एसएसपी आवास के बाहर दिखे. खबर थी कि वह आत्मसमर्पण करेंगे लेकिन वह बिना आत्मसमर्पण के ही समर्थकों के साथ निकल लिये.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लखनऊ से रवाना होने के कुछ ही देर बाद ये घटनाक्रम हुआ.
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