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लखनऊ में बुधवार शाम हुई ताबड़तोड़ गोलीबारी में मारे गए मऊ निवासी अजीत सिंह की हत्या के तार अब आजमगढ़ से जुड़ रहे हैं. अजीत सिंह के साथ मोहर सिंह ने जो बयान दिया है उसमें उसने आजमगढ़ के माफिया कुंटू सिंह का नाम बताया है. जो सगड़ी के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या में मुख्य आरोपी है. सूत्रों के मुताबिक अब इस केस के तार इसलिए जुड़ रहे हैं क्योंकि अजीत सिंह इस हत्या मामले में एक अहम गवाह था. पूर्व विधायक की हत्या मामले में उसकी चार दिन बाद गवाही होनी थी. लेकिन उससे पहले ही अजीत सिंह की हत्या कर दी गई.
इसीलिए अब बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक की हत्या के मामले में जेल में बंद कुंटू ने ही अजीत सिंह की हत्या करवाई है. क्योंकि इस मामले में लगातार कोर्ट में सुनवाई चल रही है और जल्द ही केस अपने नतीजे पर पहुंचने वाला है. अजीत सिंह पहले कुंटू सिंह का दोस्त हुआ करता था, लेकिन बाद में दोस्ती दुश्मनी में बदल गई. इसके बाद अजीत सिंह पूर्व विधायक की हत्या मामले में सरकारी गवाह बन गया.
अब इस घटना के बाद आजमगढ़ पुलिस भी हरकत में आई है. अजीत सिंह की हत्या के बाद अब जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में कुंटू सिंह की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया गया और जीयनपुर बाजार में मौजूद दुकान को गिरा दिया. हाल ही में कुंटू सिंह की संपत्ति को जब्त भी कर लिया गया था.
अजीत सिंह, जिसकी गोलियां मारकर हत्या की गई है, वो भी एक बड़ा अपराधी था. लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने उसके काले चिट्ठों का भी जिक्र किया. उन्होंने इस हत्याकांड के बाद बताया कि अजीत सिंह किसी जमाने में ब्लॉक प्रमुख हुआ करता था, वो एक शुद्ध अपराधी और माफिया था. उसके खिलाफ करीब 17-18 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें पांच हत्या के मामले हैं. साथ ही पुलिस ने इस मामले को गैंगवार का एंगल देने की भी कोशिश की है. पुलिस ने बताया कि शायद अजीत सिंह की तरफ से भी फायर किया गया. इस हत्याकांड को अंजाम देने में तीन लोग शामिल हैं, जो बाईक से आए थे. फिलहाल पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
फायरिंग के दौरान अजीत सिंह के साथ मौजूद उसके साथी मोहर सिंह को भी गोली लगी. जिसकी हालत अब स्थिर है. इसके अलावा वहां से गुजर रहे एक डिलीवरी ब्वॉय के पैर पर भी गोली लगी थी. पुलिस का दावा है कि जल्द शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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