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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में एक मुस्लिम छात्र की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मचा हुआ है. दरअसल, वायरल वीडियो 25 अगस्त का है, जिसमें एक महिला शिक्षक क्लास में एक मुस्लिम बच्चे को बाकी छात्रों से पिटवाती नजर आती है.
मामला नेहा पब्लिक स्कूल बताया जा रहा है. वहीं शिक्षिका की पहचान तृप्ता त्यागी के रूप में हुई है. इस घटना की राहुल गांधी, असदुद्दीन ओवैसी, अखिलेश यादव सहित कुछ एक्ट्रेस ने भी निंदा की है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "मासूम बच्चों के मन में भेदभाव का जहर घोलना, स्कूल जैसे पवित्र स्थान को नफरत का बाजार बनाना- एक शिक्षक देश के लिए इससे बुरा कुछ नहीं कर सकता."
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, "ये बीजेपी का फैलाया वही केरोसिन है जिसने भारत के कोने-कोने में आग लगा रखी है. बच्चे भारत का भविष्य हैं- उनको नफरत नहीं, हम सबको मिल कर मोहब्बत सिखानी है."
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, " जहां चांद पर जाने की तकनीक की बातें हो या नफरत की चहारदीवारी खड़ी करने वाली बातें. विकल्प एकदम स्पष्ट है. नफरत तरक्की की सबसे बड़ी दुश्मन है. हमें एकजुट होकर इस नफरत के खिलाफ बोलना होगा- अपने देश के लिए, तरक्की के लिए, आने वाली पीढ़ियों के लिए."
इस मामले को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी बीजेपी और योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखे अपने पोस्ट में कहा, "मुजफ्फरनगर का वीडियो जिसमें एक शिक्षिका अपने छात्रों से एक मुस्लिम लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कह रही है, पिछले 9 वर्षों का उत्पाद है. छोटे बच्चों के दिमाग में यह संदेश डाला जा रहा है कि कोई भी किसी मुस्लिम को बिना किसी परिणाम के पीट सकता है और अपमानित कर सकता है."
इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि "योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर और "ठोक दो" का क्या हुआ?"
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि, "महिला शिक्षक दोहरे अपराध की दोषी हैं क्योंकि वो पिटवा भी रही है और दूसरे बच्चों को हिंसक भी बना रही है. बीजेपी सरकार ये वीडियो G20 की मीटिंग में दिखाकर साबित करे कि उसका नफरती एजेंडा किस प्रकार तरह से सही है."
राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा, "मुजफ्फरनगर स्कूल का वीडियो एक दर्दनाक चेतावनी है कि कैसे गहरी जड़ें जमा चुके धार्मिक विभाजन हाशिये पर पड़े अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा को भड़का सकते हैं."
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "बीजेपी ने देश में नफरत का ऐसा जहर घोला की शिक्षा के मंदिर में एक शिक्षिका ने मासूम बच्चे को दूसरों बच्चों से ये कहकर पिटवाया “की ये मुसलमान है इसको जोर से पीटो”. देशवासियों जागो वरना “तुम्हारे बच्चों को स्कूल में शिक्षा नही नफ़रत की शिक्षा मिलेगी”.
शिव सेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे की नेता और बॉलीवुड अदाकारा उर्मिला मातोंडकर ने शिक्षिका तृप्ता त्यागी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए उन्हें मानवता पर कलंक बताया है.
अभिनेत्री रेणुका शहाणे और स्वरा भास्कर ने भी आरोपी टीचर तृप्ता त्यागी को गिरफ्तार करने की मांग की है.
स्वरा भास्कर ने कहा कि, "मुजफ्फरनगर के उस पीड़ित बच्चे के पिता से पुलिस द्वारा ये लिखवा लेना और साइन करवाना कि वे तृप्ता त्यागी नामक अध्यापक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे, महज आरोपी अध्यापिका को बचाने की कोशिश है."
हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद मुजफ्फरनगर पुलिस ने इस मामले में आरोपी टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं इस मामले में मंसूरपुर थाने में धारा 323 और 506 के तहत गैर संज्ञेय रिपोर्ट (NCR) भी दर्ज की गई है. कोर्ट की अनुमति के बाद ही पुलिस NCR की जांच कर सकती है.
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