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केंद्र सरकार विदेशों में फंसे भारतीयों को 'वंदे भारत' अभियान के तहत भारत वापस ला रही है. हालांकि, स्वदेश वापस लौटने वाले यात्रियों को फ्लाइट का किराया चुकाना पड़ रहा है. वहीं, अब इन यात्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट से उनके घरों तक पहुंचाने के लिए सरकार ने ट्रांसपोर्ट सेवा देने का ऐलान किया है. लेकिन मीडिया में उत्तर प्रदेश राज्य ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (UPSRTC) के हवाले से ऐसी खबरें आईं थी कि एयरपोर्ट से नोएडा-गाजियाबाद के लिए किराया तय कर दिया गया है. जिस पर अब खुद UPSRTC की तरफ से सफाई दी गई है.
बताया जा रहा था कि नोएडा-गाजियाबाद जाने के लिए टैक्सी किराया 10 हजार रुपये से लेकर 12 हजार रुपये तक वसूला जाएगा. साथ ही बसों का भी मोटा किराया वसूलने की बात हो रही थी. जिसके बाद अब UPSRTC ने कहा है कि इसका फिर से परीक्षण किया जाएगा.
UPSRTC के प्रबंध निदेशक राज शेखर ने सफाई देते हुए कहा कि,
UPSRTC की तरफ से कहा गया कि, ये लोग अपने जनपद जाने के लिए निजी वाहन या प्राइवेट टैक्सी का उपयोग कर सकते हैं. अगर जिला प्रशासन को लगता है कि कुछ लोगों को जनपद भेजना है तो उन्हें बस से भेजा जा सकता है. 250 किलोमीटर तक परिवहन निगम की टैक्सी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
टैक्सी के किराए को लेकर राज शेखर ने कहा कि,
UPSRTC के प्रबंध निदेशक राज शेखर ने 9 मई को नोएडा और गाजियाबाद के क्षेत्रीय प्रबंधकों को एक लेटर जारी किया, जिसमें कहा गया है कि विदेशों से भारत लाए गए नोएडा-गाजियाबाद के यात्रियों की सुविधा के लिए बस और टैक्सी सेवा दी जाएगी. लेटर में लिखा गया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बस में 26 लोगों को बैठाया जाएगा. UPSRTC 1000 हजार से अधिक बस चलाएगी और हर जिले के लिए कुछ टैक्सियां चलाई जाएंगी.
UPSRTC ने कहा है कि ये सेवा उन लोगों के लिए होगी जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं होंगे. जिन लोगों को दिल्ली सरकार यात्रा करने की इजाजत देगी उन्हें इस सेवा का लाभ दिया जाएगा.
विदेश से 'वंदे भारत मिशन' के तहत घर लौट रहे लोगों के लिए एयर इंडिया घरेलू उड़ाने संचालित करेगी. एयरलाइंस ने इस बात की जानकारी दी. एयरलाइंस के मुताबिक, एयर इंडिया रेस्क्यू मिशन के दूसरे चरण के दौरान इन स्पेशल फ्लाइट को चलाएगी.
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