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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भारत दौरे के दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आतंकवाद, पाकिस्तान और कश्मीर के मुद्दे पर खुलकर बात की. पूरे दौरे में उन्होंने कई बार इस्लामिक आतंकवाद का जिक्र किया. ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अगर मध्यस्थता करने की जरूरत पड़ेगी तो मैं इसके लिए तैयार हूं.
एक पत्रकार ने भारत और पाकिस्तान विवाद पर सवाल पूछा तो ट्रंप ने जवाब में कहा-
कश्मीर पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि कश्मीर में भी समस्या है. लेकिन हर समस्या के दो पहलू होते हैं. मोदी धार्मिक और शांत लेकिन मजबूत नेता हैं. उनके दिमाग में आतंकवाद सबसे ऊपर है. उम्मीद है कि वो इसका इलाज निकालेंगे.
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने के पक्षधर रहे ट्रंप ने फिर से इसी बात पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में शांति बहाल हो, ऐसा भारत और पाकिस्तान दोनों चाहते हैं. हम 19 साल बाद अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से घर बुलाना चाहते हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्लामिक आतंकवाद के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर कहा कि मुझसे ज्यादा इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ किसी ने काम नहीं किया. हमने ISIS को खत्म किया,बगदादी को खत्म किया. हजारों आतंकवादियों को गिरफ्तार किया.
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई. इसके बाद दोनों ने साझा बयान जारी किया. मीडिया के सामने आकर ट्रंप ने एक बड़ी डिफेंस डील के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में इस बड़ी डील से दोस्ती और ज्यादा गहरी हो गई है. वहीं पीएम मोदी ने इस दौरान ट्रेड डील का जिक्र करते हुए कहा कि इसे लेकर सकारात्मक बातचीत हुई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि भारत 3 बिलियन डॉलर से ज्यादा के अमेरिकी रक्षा उपकरण खरीदने के लिए तैयार हो गया है. भारत अमेरिका से अपाचे और रोमिया चॉपर खरीदेगा. ये भारत और अमेरिका की संयुक्त रक्षा को मजबूती देंगे.
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