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पिछले दिनों उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ललितपुर में 13 साल की बच्ची के साथ पाली के थाना अधिकारी पर रेप का आरोप लगा था. बच्ची परेशान हालत में थाने अपने साथ हुए गैंगरेप का केस दर्ज कराने गयी थी. आरोप है कि लड़की पाली के SHO तिलकधारी सरोज के पास शिकायत दर्ज कराने गयी थी कि इसके गांव के 4 लोगों ने इसको 22 अप्रैल को किडनैप किया और उसके बाद भोपाल ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया.
हरिशंकर 3 और लोगों के साथ मिलकर इस नाबालिग लड़की को घर से उठाकर भोपाल ले गया था. बाकी तीन अभियुक्तों के नाम चन्दन, महेंद्र चौरसिया और राजभान है. लड़की की मौसी का नाम गुलाब बाई है, जिसको अन्य आरोपियों के साथ कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया गया था.
पुलिस स्टेशन से मालूम हुआ कि इससे पहले भी इन लोगों ने 2021 में रेप पीड़िता के घर घुसकर उसका रेप किया था और मारपीट की थी. इस दौरान उसे गंभीर रूप से चोट भी आयी थी. इसी मामले को लेकर केस चल रहा था जिसकी 25 अप्रैल को सुनवाई होनी थी. इसी वजह से अभियुक्तों ने इस लड़की को किडनैप किया था ताकि वो उनके खिलाफ गवाही न दे पाए.
इस पूरे मामले में सबसे अहम भूमिका एक ललितपुर की चाइल्डलाइन कार्यकर्ता ने निभाई है. चाइल्डलाइन कार्यकर्ता ने बताया कि लड़की जब इन्हें मिली तब वो काफी डरी और सहमी हुई थी. इन्होंने पीड़िता का काउंसिल किया और फिर उसने अपने साथ हुई हैवानियत बताई. फिलहाल लड़की अपने घर है और केस में जांच चल रही है.
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