उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में 13 साल की बच्ची से हुई हैवानियत की दास्तान सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. आरोप है कि नाबालिग जब चार लड़कों द्वारा रेप की शिकायत दर्ज कराने आई, तो SHO ने उसका रेप किया. ये बात बच्ची ने काउंसलिंग के दौरान जिले की चाइल्डलइन संस्था को बताई थी, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
ललितपुर के SP निखिल पाठक की माने तो 6 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हो चुका है. उनमें से एक की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. SHO तिलकधारी सरोज अभी भी फरार हैं और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें प्रयासरत हैं.
क्या है पूरा मामला?
नाबालिग सर्वाइवर की मां के द्वारा दी गई तहरीर के मुताबिक, पिछले महीने की 22 तारीख को उनकी 13 साल की बच्ची को चार लड़के अगवा कर भोपाल ले गए, जहां पर उन्होंने इसके साथ दुष्कर्म किया. लगातार तीन दिन दुष्कर्म करने के बाद आरोपियों ने बच्ची को 26 अप्रैल को दरोगा के पास छोड़कर भाग गए. दरोगा ने बच्ची को उसकी मौसी को सुपुर्द कर दिया.
लिखित तहरीर के मुताबिक, सर्वाइवर को अगले दिन 27 अप्रैल को बयान दर्ज करने के लिए थाने बुलाया गया. शाम होते ही सर्वाइवर को थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज अपने साथ कमरे में लेकर गए जहां उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में सर्वाइवर को उसकी मौसी को सुपुर्द कर दिया
SHO सस्पेंड, 6 के खिलाफ मुकदमा
जब सर्वाइवर 30 अप्रैल को थाने दोबारा आई तो उसे चाइल्डलाइन संस्था को सुपुर्द कर दिया गया, वहां पर काउंसलिंग के दौरान सर्वाइवर ने अपने ऊपर हुए हैवानियत की दास्तां बयां की. आला अधिकारियों ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए 6 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया, जिसमें SHO तिलकधारी सरोज भी शामिल हैं.
ललितपुर एसपी निखिल पाठक की माने तो 6 नामजद अभियुक्तों में से एक की गिरफ्तारी हो चुकी है. SHO तिलकधारी सरोज को सस्पेंड कर दिया गया है और उनकी और बाकी फरार लोगों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं.
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