Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019उत्तराखंड: कोरोना को लेकर जागा प्रशासन, फर्जी कोरोना रिपोर्ट पर गिरफ्तारियां

उत्तराखंड: कोरोना को लेकर जागा प्रशासन, फर्जी कोरोना रिपोर्ट पर गिरफ्तारियां

कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट को लेकर अब बरती जा रही सख्ती, चेक पोस्ट पर चेकिंग शुरू

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
<div class="paragraphs"><p>उत्तराखंड में पहुंच रहे हजारों पर्यटक (सांकेतिक तस्वीर)</p></div>
i

उत्तराखंड में पहुंच रहे हजारों पर्यटक (सांकेतिक तस्वीर)

(फोटो : istock) 

advertisement

कोरोना (COVID 19) की दूसरी लहर से प्रभावित होने वाले राज्यों में उत्तराखंड भी एक है. जहां अप्रैल और मई में हजारों मामले सामने आए और सैकड़ों मौतें हुईं. जिसके बाद भले ही देर से लेकिन सख्त कर्फ्यू लगाया गया. लेकिन प्रशासन के लचीले रवैये से इस सख्ती में भी लगातार सेंध लगती रही. भले ही राज्य में पिछले कुछ महीनों से कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के बाद ही एंट्री दी जाने की बात कही जा रही हो, लेकिन इस नियम का जमकर उल्लंघन और गलत इस्तेमाल हुआ.

फर्जी रिपोर्ट लाने वाले पर्यटकों को किया जा रहा गिरफ्तार

अब देहरादून और मसूरी में कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट को लेकर सख्ती बरती जा रही है और रिपोर्ट की पूरी जांच शुरू हो चुकी है. जिसका नतीजा ये है कि रोजाना कुछ टूरिस्ट नकली कोरोना रिपोर्ट के साथ पकड़े जा रहे हैं.

देहरादून-मसूरी घूमने आए 13 पर्यटकों को फर्जी कोरोना रिपोर्ट लाने के लिए गिरफ्तार किया गया है. इन्हें चेकिंग के दौरान उत्तराखंड पुलिस ने पकड़ा है. बताया गया है कि करीब 100 ऐसे पर्यटकों को अब तक पकड़ा जा चुका है.

उत्तराखंड प्रशासन का सुस्त रवैया

उत्तराखंड में कोरोना को लेकर कागज पर सख्त नियम तो बनाए गए, लेकिन जमीन पर उनका पालन होता नहीं दिखा. तमाम चेक पोस्ट पर कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट और बाकी चीजों की जांच सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गई है. कर्मिशियल व्हीकल में अलग-अलग गांव के लोग दिल्ली और बाकी शहरों से उत्तराखंड पहुंच रहे हैं, इनमें से ज्यादातर लोगों के पास या तो रिपोर्ट नहीं होती, या फिर वो फर्जी पीडीएफ एडिट वाली रिपोर्ट लेकर आ रहे हैं. चेक पोस्ट पर सिर्फ औपचारिकता के तौर पर रिपोर्ट को देखा जा रहा है और सवारियों से भरी पूरी गाड़ी को एंट्री दे दी जाती है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में प्रशासन की इस लापरवाही को लेकर जब मीडिया और सोशल मीडिया में लोग सवाल उठाने लगे तो अब सख्ती बरती जा रही है. साथ ही पर्यटकों की गिरफ्तारी कर पिछले कई महीनों से लगातार हो रही लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है. उत्तराखंड पुलिस की तरफ से इसका खूब पीआर भी हो रहा है. लेकिन अब तक चेक पोस्ट पर तैनात किसी अधिकारी या फिर अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की बात नहीं है.

कोरोना रिपोर्ट को लेकर चेकिंग शुरू

देहरादून एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कुछ पर्यटक कोरोना की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट बनवाकर देहरादून आ रहे हैं. चेकिंग के दौरान जब संदेह के आधार पर दो गाड़ियों को रोककर उनमें बैठे पर्यटकों से पूछताछ की गई तो उनके पास से कोरोना की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट मिली है. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने दो अलग-अलग गाड़ियों में आए चार लोगों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाने और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि अब तक 100 फर्जी आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट का पता चला है.

नियम की अगर बात करें तो उत्तराखंड में एंट्री के लिए कोरोना आरटी पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी है, जो 72 घंटे से पुरानी नहीं होनी चाहिए. वहीं उत्तराखंड के स्मार्ट सिटी पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन जरूरी है. बता दें कि कोरोना नियमों में ढील के बाद हजारों की संख्या में पर्यटक हिल स्टेशनों की तरफ रुख कर रहे हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 16 Jul 2021,07:19 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT