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उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा के बाद लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. तपोवन टनल में फंसे हुए कुछ लोगों को बचाने की कोशिश हो रही है, लेकिन इस बीच एक बार फिर धौलीगंगा नदी का पानी बढ़ना शुरू हो हुआ, जिसके बाद तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया. तमाम बचाव दल और मशीनों को पीछे हटा लिया गया, लेकिन अब बताया जा रहा है कि जलस्तर सामान्य होने से एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है.
चमोली में चल रहे इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर जिल प्रशासन और एसडीआरएफ की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई. जिसमें तमाम अधिकारियों और विशेषज्ञों ने कई सवालों के जवाब दिए. एक्सपर्ट्स ने बताया कि इस रेस्क्यू ऑपरेशन में लगातार रिस्क बना हुआ है.
एसडीआरएफ ने बताया कि पिछले चार दिनों से लगातार काम कर रहे और टनल में फंसे हुए कर्मचारियों को तीन दिन की ट्रेनिंग दी जाती है. उन्होंने बताया कि सभी को जोखिम के बारे में पहले बताया जाता है और उससे निपटने की तैयारी भी सिखाई जाती है. इसीलिए अभी उम्मीद है कि हमें कर्चमारी मिल जाएं. पिछले चार दिनों के दौरान टनल के अंदर पूरा पानी भर चुका है. इसके लिए लगातार इक्विपमेंट लगाए जा रहे हैं.
एसडीआरएफ ने बताया कि, जैसे-जैसे मलबा निकाला जा रहा है, वो फिर से पानी के जरिए अंदर आ जाता है. लेकिन कोशिश लगातार जारी है. सभी तरह के साइंटिफिक प्रयोग किए जा रहे हैं. आगे का अभी एक ही प्लान है कि रेस्क्यू लगातार जारी रहे. अधिकारियों ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से लगातार मदद मिल रही है.
चमोली प्रशासन की तरफ से बताया गया कि सभी फोर्सेस संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं. शुरुआत में ऑपरेशन तेजी से चला, लेकिन बाद में पानी लगातार आता गया, जिससे दिक्कत हो रही है. हमें उम्मीद है कि 180 मीटर के आसपास हमें मजदूर मिल जाएं. अभी समय नहीं बताया जा सकता है कि कब तक हम मजदूरों तक पहुंच पाएंगे. फिलहाल जो कार्रवाई हो रही है वो अंदाजे के आधार पर हो रही है.
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