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हिस्ट्रीशिटर विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया है. खबर है कि विकास को लेकर जा रही एसटीएफ के काफिले की एक गाड़ी पलट गई गाड़ी पलटने के बाद विकास ने पुलिस का हथियार लेकर भागने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. गोली लगने के बाद विकास को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
विकास दुबे के शव को कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में रखा गया है.
SP, कानपुर पश्चिम ने बताया-
बता दें कि गुरुवार को मध्यप्रदेश के उज्जैन से विकास दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पिछले 7 दिनों से फरार विकास यूपी, हरियाणा होता हुआ मध्यप्रदेश पहुंचा था.
इससे पहले मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे से करीब 8 घंटे की पूछताछ की है. इस पूछताछ में दुबे ने तोते की तरह अपनी करतूत उगली है. सूत्रों के हवाले से जो खबर आ रही है उसके मुताबिक, विकास दुबे ने अपना जुर्म मान लिया था, साथ ही ये भी बताया है कि आखिर डीएसपी देवेंद्र मिश्रा को इतनी बेरहमी से उसके लोगों ने क्यों मारा. सूत्रों के मुताबिक, दुबे ने बताया है कि CO देवेंद्र मिश्र से उसकी अनबन थी, मिश्र उसे देख लेने की धमकी दे चुके थे और कई बार पहले बहस भी हुई थी. गिरफ्तार 'खबरी' एसओ विनय तिवारी ने ये जानकारी दुबे को दी कि डीएसपी देवेंद्र मिश्रा उसके खिलाफ हैं.
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