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वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई
उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या कर फरार हुआ विकास दुबे अभी भी पुलिस के हाथ नहीं आया है. एक तरफ विकास का पुलिस पता नहीं लगा पा रही रही है, दूसरी तरफ एक के बाद एक पुलिस वालों से उसके संबंधों का खुलासा हो रहा है. विकास दुबे की बहन चंद्रकांता तिवारी का कहना है कि उनके भाई ने बहुत गलत काम किया है और उसको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
चंद्रकांता तिवारी ने कहा कि विकास दुबे उन्हें भी परेशान करता था और पैसों के लिए धमकाता था. तिवारी ने बताया, "पैसों, रुपयों के लिए जान से मारने की धमकी देता था. बच्चों को भी धमकाता था. मेरे पति के साथ गाली-गलौच करता था."
जिस कुख्यात विकास दुबे पर यूपी के कानपुर में आठ पुलिसवालों की जान लेने का आरोप है, उसी पर 2001 में बीजेपी के कानपुर देहात जिला अध्यक्ष और तत्कालीन राजनाथ सिंह सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप लगा था. उस हत्या को शिबली थाने के अंदर घुसकर अंजाम दिया गया था. फिर भी विकास दुबे इस केस से बरी हो गया.
संतोष शुक्ला के भाई मनोज शुक्ला ने क्विंट से कहा कि उस वक्त पुलिस वालों ने जो भूमिका निभाई, आज उसी का नतीजा निकला है. मनोज शुक्ला ने हमें विकास दुबे के क्राइम और उसे राजनीतिक शरण की जो पूरी कहानी सुनाई, वो यहां पढ़ सकते हैं.
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