Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019WB SSC Scam: CBI ने NBU के VC को किया गिरफ्तार-ED ने पार्थ चटर्जी पर की कार्रवाई

WB SSC Scam: CBI ने NBU के VC को किया गिरफ्तार-ED ने पार्थ चटर्जी पर की कार्रवाई

ED ने अपने बयान में कहा गया है कि कुर्क की गई संपत्तियों पर पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी का स्वामित्व है.

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>SSC Scam: ईडी ने पार्थ चटर्जी और सहयोगी की 48 करोड़ रुपये की संपत्ति जप्त की</p></div>
i

SSC Scam: ईडी ने पार्थ चटर्जी और सहयोगी की 48 करोड़ रुपये की संपत्ति जप्त की

(फोटो- क्विंट)

advertisement

पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले मामले (West Bengal SSC Scam) में सीबीआई ने नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी के कुलपति सुबीर भट्टाचार्य को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार, 19 सितंबर को कहा कि उसने पश्चिम बंगाल में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की 48.22 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है.

ईडी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि कुर्क की गई संपत्तियों पर पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी का स्वामित्व है.

इसमें यह भी कहा गया है कि कुर्क की गई संपत्तियों में 40 अचल संपत्तियां शामिल हैं, जैसे कि एक फार्महाउस, फ्लैट और कोलकाता में स्थित "प्राइम लैंड", जिसकी कीमत 40.33 करोड़ रुपये है. इसके अलावा 35 बैंक खातों में जमा 7.89 करोड़ रुपये हैं.

उन्होंने आगे दावा किया कि कुर्क की गई कई संपत्तियां शेल कंपनियों और चटर्जी के लिए प्रॉक्सी के रूप में काम करने वाले व्यक्तियों के नाम पर रजिस्टर थीं.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बता दें कि पार्थ चटर्जी को 23 जुलाई को ईडी ने पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग के माध्यम से शिक्षकों, शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार किया था.

ईडी को कम से कम 50 करोड़ रुपये कैश, गहने, जमीन के कागजात, विदेशी करेंसी और मुखर्जी के नाम और चटर्जी से जुड़ी कई संपत्तियां मिलीं. इस दौरान दोनों आरोपियों से जुड़ी कई कंपनियां और संपत्तियां भी मिलीं थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT