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वीडियो एडिटर: दीप्ति रामदास
कश्मीर में इंटरनेट शटडाउन के कारण कई लोगों के WhatsApp अकाउंट डिलीट हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने कुछ WhatsApp ग्रुप्स के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं, जिसमें कश्मीरी नंबर्स एग्जिट करते दिख रहे हैं. ऐसा WhatsApp की पॉलिसी के कारण हुआ है. बता दें कि इस WhatsApp की पॉलिसी के मुताबिक, अकाउंट के 120 दिन तक इनेक्टिव रहने के हालात में अकाउंट बंद हो जाता है. 4 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट बंद हुए 4 महीने पूरे हो गए हैं.
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा,
कंपनी ने कहा कि ये पॉलिसी सिर्फ जम्मू-कश्मीर के लिए नहीं है, बल्कि सभी अकाउंट्स के लिए WhatsApp की यही पॉलिसी है.
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने WhatsApp ग्रुप के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं. कई लोगों ने ट्विटर पर लिखा कि उनके जानने वाले और फैमिली ग्रुप्स से अपने आप एग्जिट कर रहे हैं.
ट्विटर यूजर और रिसर्चर खालिद शाह ने लिखा, ‘4 महीने की इनैक्टिविटी के बाद, कश्मीर में WhatsApp डिलीट हो रहे हैं. जिन लोगों से आपने महीनों से बात नहीं की, उनका यूं ग्रुप छोड़ना अजीब लग रहा है.’
एक यूजर ने WhatsApp ग्रुप की फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘4 महीने के कम्युनिकेशन ब्लैकआउट के बाद, WhatsApp कश्मीरियों के अकाउंट डिलीट कर रहा है.’
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों को जो WhatsApp कॉन्टैक्ट के रूप में दिखाई दे रहे थे, वो अब 'Invite To WhatsApp' के तौर पर दिख रहे हैं.
जिन लोगों के अकाउंट WhatsApp से हटे हैं, उन्हें अब दोबारा इस प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करना होगा और अपना प्रोफाइल दोबारा से बनाना होगा. दोबारा रजिस्टर करने के बाद यूजर अपना डेटा गूगल ड्राइव से बैकअप कर सकते हैं.
भारत WhatsApp का सबसे बड़ा मार्केट है. करीब 40 करोड़ भारतीय WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं.
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