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कब्जे पर चीन की सार्वजनिक निंदा क्यों नहीं करते PM मोदी: सिब्बल

प्रधानमंत्री मोदी आखिर क्यों चीन द्वारा किए गए कब्जे, घुसपैठ और आक्रमण पर उसकी सार्वजनिक निंदा नहीं करते हैं: सिब्बल

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कोई घुसपैठ हुई नहीं तो जवानों को क्यों देनी पड़ी जान?-कपिल सिब्बल
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कोई घुसपैठ हुई नहीं तो जवानों को क्यों देनी पड़ी जान?-कपिल सिब्बल
(फोटो: Twitter/Facebook)

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भारत और चीन के बीच इस वक्त सीमा पर तनातनी चल रही है. इस बीच कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री मोदी के रवैये को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पूछा है कि क्यों प्रधानमंत्री मोदी भारतीय जमीन पर कब्जा करने को लेकर सार्वजनिक तौर पर चीन की निंदा नहीं कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों बयान दिया था कि भारत की एक भी पोस्ट पर किसी ने कब्जा नहीं किया है. इसी बयान की पृष्ठभूमि में सिब्बल ने प्रधानमंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम मोदी के इस बयान का इस्तेमाल चीन द्वारा वैश्विक स्तर पर किया जा रहा है.

हमारे प्रधानमंत्री क्यों भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ, आक्रमण और उसपर कब्जे की सार्वजनिक निंदा नहीं करते हैं? मैं चाहता हूं कि प्रधानमंत्री चीन की सार्वजनिक तौर पर निंदा करें. हम उनका समर्थन करेंगे. स्थिति अब ऐसी बन चुकी है कि पीएम द्वारा दिए गए बयान, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय क्षेत्र में किसी ने भी घुसपैठ नहीं की है, उसका उपयोग चीन वैश्विक तौर पर कर रहा है.

बता दें 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के जवानों के बीच खूनी झड़प हुई. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए.

इसके बाद से ही सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर चीन के खिलाफ कार्रवाई करने और सीमा पर स्थिति साफ करने का दबाव बढ़ रहा है. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि 'लद्दाख में भारत की सीमा में न तो कोई घुसा हुआ है और न ही हमारी कोई चौकी किसी दूसरे के कब्जे में है.

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