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दुनिया के तमाम पहलवानों को धोबी पछाड़ देकर चित कर देने वाले भारतीय पहलवान सुशील कुमार (Sushil Kumar) फिलहाल डर के साये में जी रहा है. सुशील कुमार को अपने जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन गिरफ्तारी के बाद भी सुशील को लगातार जान का डर सता रहा है. सुशील को कोर्ट ने अब जेल भेज दिया है, जिसके बाद डर और भी ज्यादा बढ़ गया है.
अब सवाल ये है कि आखिर इतने बड़े पहलवान को जेल के अंदर भी किस बात का डर सता रहा है? तो इसका जवाब है, दिल्ली और हरियाणा के खतरनाक गैंगस्टर... जिनके साथ सुशील कुमार का पिछले कई महीनों से उठना बैठना बताया जा रहा है.
लेकिन पहले आपको ये बताते हैं कि, सुशील कुमार डरा हुआ है, ये हम क्यों कह रहे हैं. दरअसल पिछले 23 मई से सुशील पुलिस रिमांड में था. जिसके बाद पुलिस ने 2 जून को एक बार फिर उसे कोर्ट में पेश करते हुए रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने सुशील को जेल भेज दिया.
अब बात करते हैं कि कौन से वो गैंगस्टर हैं, जिनसे सुशील कुमार जान का खतरा बता रहे हैं. इस पूरे मामले के तार उसी हत्याकांड से जुड़े हैं, जिसके चलते सुशील कुमार को गिरफ्तार किया गया है.
जब अपना दबदबा साबित करने के लिए सुशील कुमार ने छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों को लाइन हाजिर किया तो सागर धनखड़ वहां नहीं पहुंचा. दोनों में पहले से मॉडल टाउन स्थित फ्लैट को लेकर अनबन चल रही थी. अब सुशील कुमार के लिंक दिल्ली और हरियाणा में कई अपराधों को अंजाम देने वाले नीरज बवानिया से जुड़े थे. वहीं सागर के साथ रहने वाला पहलवान सोनू महाल खतरनाक गैंगस्टर काला जठेड़ी का रिश्तेदार बताया जा रहा है. इसीलिए सुशील के बुलाने पर भी सागर नहीं पहुंचा.
अब सुशील के लिए ये किसी तिरस्कार से कम नहीं था. उसने नीरज बवानिया और काला असौदा गैंग के लोगों से संपर्क किया और सागर धनखड़ और उसके साथियों को उठाकर छत्रसाल स्टेडियम लाया गया. यहां सबकी जमकर पिटाई की गई, जिसमें सागर धनखड़ की मौत हो गई.
कई दिनों तक पुलिस और जठेड़ी के लड़कों से छिप रहे सुशील कुमार को 23 मई को गिरफ्तार किया गया. लेकिन अब जेल में पहुंचने के बाद भी सुशील को डर है कि काला जठेड़ी के गुर्गे उसे जेल में भी नुकसान पहुंचा सकते हैं. जठेड़ी के अलावा सुशील को 28 साल के लॉरेंस बिश्नोई से भी जान का खतरा बताया जा रहा है. ये खतरनाक गैंगस्टर जेल से ही अपना पूरा नेटवर्क चलाता है और सुपारी लेता है. सबसे अहम बात ये है कि बिश्नोई ने काला जठेड़ी से हाथ मिलाया है और दोनों साथ काम करते हैं. ऐसे में सोनू महाल का बदला लेने के लिए जठेड़ी विश्नोई के नेटवर्क का इस्तेमाल भी कर सकता है.
सुशील कुमार के अलावा जो गुर्गे छत्रसाल स्टेडियम में हमला करने पहुंचे थे, उनके साथ भी गैंगवार की आशंका है. फिलहाल नीरज बवानिया गैंग और काला जठेड़ी गैंग के बीच दुश्मनी का ये एक बड़ा मामला है, जिसके बाद दोनों ही गैंग एक दूसरे से भिड़ सकते हैं.
इसे देखते हुए पुलिस भी लगातार सतर्क है, बताया गया है कि जो लोग गिरफ्तार हुए हैं, उनकी सुरक्षा पर खास नजर रखी जा रही है. साथ ही अब कोर्ट ने कहा है कि इस मामले में जितने भी गवाह हैं, उन्हें भी सुरक्षा मुहैया कराई जाए.
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