advertisement
यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण में करीब 126 करोड़ के जमीन घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व सीईओ और रिटायर्ड आईएएस पीसी गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें मध्य प्रदेश के दतिया में बने पीतांबरा मंदिर से गिरफ्तार किया है.
पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहे पीसी गुप्ता मध्य प्रदेश के पीतांबरा मंदिर के अंदर से दर्शन कर जैसे ही बाहर निकले उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गुप्ता के खिलाफ थाना कासना में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज है.
पीसी गुप्ता पर आरोप है कि यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी के तहत आने वाले मथुरा जिले के सात गांवों की जमीन को अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर कम दाम में खरीदा. इसके बाद उस जमीन को बाजार भाव से दोगुनी दर पर अथॉरिटी द्वारा अधिकृत किया गया.
सीनियर पुलिस अधीक्षक अजय पाल ने बताया कि यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी में तैनात इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह ने थाना कासना में तीन जून को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक,
पीसी गुप्ता अप्रैल 2013 से लेकर जून 2015 तक यमुना एक्सप्रेसवे के सीईओ बने हुए थे. इससे पहले उन्होंने ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अतिरिक्त सीईओ और उप सीईओ के रूप में कार्य किया था.
एसएसपी ने बताया कि इस मामले में यमुना विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ और आईएएस पीसी गुप्ता, तहसीलदार सुरेश चंद शर्मा और संजीव कुमार, स्वाति दीप शर्मा, सोनाली, प्रमोद कुमार यादव, निधि चतुर्वेदी समेत 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.
एसएसपी ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई गई है. आज एक टीम ने मध्य प्रदेश के जनपद दतिया से पीसी गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया.
ये भी पढ़ें- UP: योगी राज में गोरखनाथ को पढ़ना होगा, पाठ्यक्रम में शामिल किया
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)