Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019केरल में जीका वायरस के 14 केस के बाद हाई अलर्ट, जानिए कैसे फैलता है ये वायरस

केरल में जीका वायरस के 14 केस के बाद हाई अलर्ट, जानिए कैसे फैलता है ये वायरस

कोरोना वायरस महामारी (Covid-19) के खतरे के बीच केरल में जीका वायरस के तौर पर चुनौती सामने आई है

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>केरल में जीका वायरस के 14 केस के बाद हाई अलर्ट,</p></div>
i

केरल में जीका वायरस के 14 केस के बाद हाई अलर्ट,

(फोटो: iStock)

advertisement

केरल में जीका वायरस (Zika Virus) के कुल मामले बढ़कर 14 हो गए हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि राज्य में हाई-अलर्ट है और हालात पर नजर रखी जा रही है. कोरोना वायरस महामारी (Covid-19) के खतरे के बीच केरल में जीका वायरस के तौर पर चुनौती सामने आई है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने गुरुवार को बताया था कि राज्य में जीका वायरस के मामलों का पता चला है.

"स्वास्थ्य विभाग और जिला अधिकारियों ने एडीज प्रजाति के मच्छरों के सैंपल कलेक्ट किए हैं, जिनके काटने से लोग जीका वायरस से संक्रमित होते हैं. सभी जिलों को इसके बारे में सतर्क कर दिया गया है और जरूरी उपाय शुरू कर दिए गए हैं."
स्वास्थ्य मंत्री, केरल, 8 जुलाई

बता दें कि जीका वायरस गर्भवती महिलाओं के लिए जटिलताएं पैदा कर सकता है.

कैसे फैलता है जीका वायरस संक्रमण?

जीका मुख्य रूप से एडीज प्रजातियों के संक्रमित मच्छर के काटने से होता है. ये वही प्रजाति है, जिसके काटने से डेंगू होता है. संक्रमित होने पर जीका वायरस आमतौर पर एक हफ्ते तक एक संक्रमित व्यक्ति के खून में रहता है. ये कोई जानलेवा बीमारी नहीं है. आमतौर पर 5 संक्रमित लोगों में से 1 में इसके लक्षण दिखते हैं.आम लक्षणों में बुखार, चकत्ते, जोड़ों में दर्द या आंखों का लाल होना शामिल है. आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 2 से 7 दिन बाद इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं. ज्यादातर लोगों को इंफेक्शन के बाद भी भर्ती होने की जरूरत नहीं होती और इस वायरस के कारण मौत होने की आशंका न के बराबर होती है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

डॉ मैथ्यू वर्गीज का क्या कहना है?

देश के बड़े पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट्स में से एक डॉ मैथ्यू वर्गीज का कहना है कि जीका को लेकर डर पैदा करने की अभी जरूरत नहीं है.

जीका वायरस संपर्क या एरोसोल से नहीं फैलता है.ये मच्छरों द्वारा फैलता है. मुझे अभी इसकी चिंता नहीं है. महामारी विज्ञानियों और केरल लोक स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर चिंतित हैं. हमें डर पैदा नहीं करना चाहिए.
डॉ मैथ्यू वर्गीज

बड़ा खतरा क्या है?

जीका को लेकर अभी डर इसलिए बना हुआ है क्योंकि दक्षिण और मध्य अमेरिका में पैदा होने वाले ऐसे नवजातों की संख्या बढ़ी है, जिनका सर छोटा होता है, इस कंडिशन को 'माइक्रोसिफेली' कहा जाता है.ऐसी आशंका जताई गई है कि जीका वायरस से संक्रमित गर्भवती महिलाएं असामान्य रूप से छोटे सिर वाले बच्चों को जन्म दे रही हैं, जिससे दुनियाभर में जीका को लेकर डर के हालत बन गए हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT