advertisement
झारखंड के दुमका में बीते 23 अगस्त को छात्रा पर उसी के मुहल्ले में रहने वाले युवक शाहरुख ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी, जिसने शनिवार देर रात रिम्स रांची में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसकी खबर दुमका में फैलते ही गुस्साए लोग रविवार सुबह से ही सड़कों पर उतर आएं। घटना के विरोध में शहर की दुकानें स्वत: बंद हो गई हैं। प्रदर्शन कर रहे लोग अंकिता के परिजनों के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे लोगों में महिलाएं भी बड़ी संख्या में हैं। शहर में व्याप्त तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रदर्शन में शामिल लोगों की कई बार पुलिस से बहस भी हुई है।
बता दें कि यह वारदात बीते मंगलवार की सुबह पांच बजे की है। जब घर के सभी लोग सो रहे थे, तभी सिरफिरे युवक ने कमरे में अकेले सो रही छात्रा पर खिड़की के जरिए पेट्रोल छिड़का और उसके बाद माचिस से आग लगा दी। जलती हुई छात्रा ने शोर मचाया तो घर के लोग जागे। तत्काल पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया था।
पीड़िता के पिता संजय सिंह का कहना है कि उनके ही मोहल्ले में रहने वाला शाहरूख पिछले कई दिनों से स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली उनकी बेटी छात्रा को परेशान कर रहा था। वह उसपर जबरन प्यार और शादी करने के लिए दबाव डाल रहा था। छात्रा ने इनकार करते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही तो उसने जान से मारने की धमकी दी। शाहरुख ने कहीं से उसका नंबर हासिल कर लिया था। बीते रविवार को उसने मोबाइल पर धमकी दी कि अगर अंकिता ने उसकी बात नहीं मानी तो वह उसे जान से मार देगा।
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)