advertisement
उत्तर प्रदेश के कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 50 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस ने 24 घंटे में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो लोग हिंसा में शामिल हैं, उनकी पहचान करके गिरफ्तारी का क्रम लगातार जारी है. वहीं, मुस्लिम पक्ष का आरोप है कि कानपुर पुलिस एकतरफा गिरफ्तारी कर रही है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि हम बहुत ही स्पष्ट और सावधानीपूर्वक काम कर रहे हैं. जो लोग शामिल हैं, जिनके फोटो और वीडियो हैं, हम सिर्फ उनको गिरफ्तार करेंगे. साथ ही हिंसा में उनकी क्या सक्रियता रही है, इसकी भी जांच करेंगे. पुलिस कानून के हिसाब से अपना काम कर रही है.
उन्होंने बताया कि जिनको पूछताछ के लिए लाया गया था और जो निर्दोष हैं, जिनका कोई भी रोल नहीं है. जिनके फोटोग्राफ नहीं पाए गए हैं. हम पूछताछ के बाद उनको घर जाने दे रहे हैं. साथ ही हम ये सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी प्रकार से या किसी भी रूप में कोई बेगुनाह परेशान ने हो और दोषी किसी भी कीमत पर बचने न पाए.
उन्होंने कहा कि इन्वेस्टिगेशन, एग्जामिनेशन, आइडेंटिफिकेशन और अरेस्ट ये एक प्रक्रिया है. इसमें पोस्टर जारी करना जांच का एक हिस्सा है. इससे जांच करने में और गुनहगारों को पकड़ने में मदद हुई है. आवश्यकतानुसार हम फोटो जारी करेंगे. साथ ही प्रमाण के साथ हम लोगों के सामने आएंगे और हम लोगों को कानून के सामने ले जाएंगे.
उधर, कानपुर शहर के काजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस ने कानपुर पुलिस पर मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि .....
हाजी कुद्दूस ने कहा कि मुसलमानों ने गलती की, उन्हें जुलूस निकालना नहीं चाहिए था. लेकिन, उनके ऊपर वहां की इमारतों से पथराव होने लगा. इसके वीडियो भी लोगों के पास मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि यह बड़ा मामला नहीं था. NRC मामले से भी ज्यादा गिरफ्तारी हो रही हैं. हम पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करेंगे कि ये गिरफ्तारियां रोकी जाएं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)