Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी, नामीबियाई मादा चीता आशा ने 3 शावकों को दिया जन्म| VIDEO

कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी, नामीबियाई मादा चीता आशा ने 3 शावकों को दिया जन्म| VIDEO

Kuno National Park में अब चीतों की संख्या शावक सहित 18 हो चुकी है.

क्विंट हिंदी
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>MP: कूनो नेशनल पार्क में नामीबियाई चीता 'आशा' ने 3 शावकों को जन्म दिया | VIDEO</p></div>
i

MP: कूनो नेशनल पार्क में नामीबियाई चीता 'आशा' ने 3 शावकों को जन्म दिया | VIDEO

फोटो- स्क्रीनग्रैब

advertisement

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में नामीबियाई मादा चीता 'आशा' ने तीन शावकों को जन्म दिया है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसका एक वीडियो भी शेयर किया है. तीनों नन्हे शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं. इसकी पुष्टि कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी थुरुकुराल आर ने की है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

कूनो नेशनल पार्क के डॉक्टरों की टीम ने नन्हे शावकों पर नजर बनाई हुई है. बता दें 17 सितंबर 2022 में नाबिमिया से 8 चीते लाए गए थे जिनमें आशा मादा चीता भी शामिल थी. अब चीतों की संख्या शावक सहित 18 हो चुकी है.

अपने एक पोस्ट में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने लिखा कि, जंगल में म्याऊं, यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कूनो नेशनल पार्क ने तीन नए सदस्यों का स्वागत किया है. शावकों का जन्म नामीबियाई चीता आशा से हुआ है. उन्होंने इसे देश में शुरू किए गए चीता प्रोजेक्ट की बड़ी सफलता बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी है.

कूनो नेशनल पार्क में 7 नर चीते - गौरव, शौर्य, वायु, अग्नि, पवन, प्रभाष और पावक शामिल हैं, वहीं 7 मादा चीतों में आशा, गामिनी, नाभा, धीरा, ज्वाला, निरवा और वीरा शामिल हैं. इनमें से अभी केवल दो चीते ही खुले जंगल में मौजूद हैं जो भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को दिख सकते हैं, जबकि बाकी सभी चीतों को अभी बड़े बाड़े में ही रखा गया है.

कूनो नेशनल पार्क

(फोटो- एक्सेस्ड बाय क्विंट हिंदी)

कई चीतों की हो चुकी है मौत

भारत में चीतों को बसाने के लिए शुरू किए गए चीता प्रोजेक्ट के तहत कुल 20 चीते लाए गए थे. इनमें आठ नामीबिया और 12 दक्षिण अफ्रीका के चीते शामिल थे. बता दें कि इनमें से 8 से ज्यादा चीतों को मौत हो चुकी है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT