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लालू प्रसाद यादव को डोरंडा कोषागार से जुड़े चारा घोटाले केस में 5 साल की सजा हुई. रांची में CBI की स्पेशल कोर्ट के जज एसके शशि ने फैसला सुनाते हुए 60 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया. लालू सहित 40 दोषियों को 15 फरवरी को दोषी करार दिया गया था. फैसले के बाद वकील ने कहा कि वे आधी सजा काट चुके हैं, इसलिए हाईकोर्ट से जमानत मिलने की उम्मीद है.
कोर्ट का फैसला आने के बाद लालू प्रसाद यादव के ट्विटर हैंडल से लगातार दो ट्वीट किए गए. एक ट्वीट में लिखा गया, अन्याय असमानता से. तानाशाही जुल्मी सत्ता से. लड़ा हूं लड़ता रहूंगा. डाल कर आंखों में आंखें. सच जिसकी ताकत है. साथ है जिसके जनता. उसके हौसले क्या तोड़ेंगी सलाखें. एक अन्य ट्वीट में लिखा गया,
लालू प्रसाद यादव को सजा होने के बाद तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, अगल लालू जी ने बीजेपी से हाथ मिलाया होता तो उन्हें राजा हरिश्चंद्र कहा जाता. आज वे आरएसएस और बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं, इसलिए उन्होंने जेल का सामना करना पड़ रहा है. हम इससे नहीं डरेंगे. उन्होंने आगे कहा,
तेजस्वी यादव ने कहा, सृजन घोटाले का क्या हुआ? उसकी रिकवरी कौन करवाएगा. वो भी तो कोषाघर से गया. वो भी तो ट्रेजरी का मामला था. बिहार के कितने जिलों में हुआ सृजन घोटाला? क्यों नहीं मुख्यमंत्री पर कार्रवाई की गई. बल्कि चारा घोटाला में तो लालू जी ने ही जांच का आदेश दिया. जिसने जांच का आदेश दिया. जांच करवाया. उसी को तुम जेल भेज दिए.
लालू प्रसाद यादव की हेल्थ को देखते हुए उनकी ऑनलाइन पेशी हुई थी. वो रिम्स के पेइंग वार्ड में दोपहर 12 बजे कोर्ट में ऑनलाइन मौजूद रहे. लालू प्रसाद यादव के वकील देवर्षि मंडल और प्रभात कुमार ने अदालत से उन्हें कम से कम सजा देने की गुहार लगाई, उन्होंने कहा कि लालू की उम्र 75 साल हो गई है और उन्हें 17 तरह की बीमारियां हैं. बीपी और शुगर हमेशा बढ़ा रहता है.
लालू को रांची के डोरंडा स्थित ट्रेजरी से 139.5 करोड़ रुपए की अवैध निकासी केस में सजा हुई. मामला 1996 में दर्ज हुआ था. 170 लोग आरोपी थे, जिसमें से 55 की मौत हो चुकी है, जबकि सात को सीबीआई ने सरकारी गवाह बनाया और दो आरोपियों ने अदालत का फैसला आने के पहले ही अपना दोष मान लिया था.
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