Home News Literature आजमगढ़: कैफी आजमी के गांव में मनाई गई उनकी जयंती, बेटी शबाना ने भी शिरकत की
आजमगढ़: कैफी आजमी के गांव में मनाई गई उनकी जयंती, बेटी शबाना ने भी शिरकत की
Kaifi Azmi के जीवन मे प्रयोग किये गये वस्त्रों और सामानों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसको वहां आए लोगों ने देखा.
मोहम्मद साक़िब मज़ीद
साहित्य
Published:
i
आजमगढ़: कैफी आजमी के गांव में मनाई गई उनकी जयंती, बेटी शबाना ने भी शिरकत की
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
✕
advertisement
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में आजमगढ़ (Azamgarh) जिले के मिजवां में मिजवां वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले मशहूर इंकलाबी शायर कैफी आजमी (Kaifi Azmi) की 104 वीं जयंती मनाई गई. इसी गांव में 14 जनवरी 1919 को कैफी साहब की पैदाइश हुई थी. इसमें कैफी आजमी की बेटी शबाना आजमी ने भी शिरकत की. इस दौरान कैफी आजमी गर्ल्स इंटर कालेज एंड कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में प्रोग्राम भी हुआ. इस दौरान कैफी आजमी के जीवन में प्रयोग किये गये वस्त्रों और सामानों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसको वहां आए लोगों ने देखा. तस्वीरों में देखिए किस तरह से कैफी आजमी साहब को खिराज-ए-अकीदत पेश की गई.
शबाना आजमी ने पढ़ी कैफी साहब की नज्म 'औरत'
कैफी आजमी की बेटी शबाना आजमी ने कहा कि कैफी साहब अपने गांव मिजवां के विकास की खातिर हमेशा चिंतित रहते थे. उनकी सोच और उनके कार्य को आगे बढ़ाने के लिये हम मिजवां वेलफेयर सोसायटी के जरिये विभिन्न क्षेत्रों में आज़मगढ़ के बाहर भी लोगों की भलाई और उनके जीवन मे बदलाव के लिये कार्य कर रहे हैं.
शबाना आजमी ने कैफी साहब की मशहूर नज्म 'औरत' को पढ़कर सुनाया, इस दौरान पूरा कैंपस तालियों से गूंज उठा.
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे फतेह मंजिल में शबाना आजमी ने शम्मा रौशन की. तस्वीर में कैफी आजमी की प्रतिमा को माला पहनाती शबाना आजमी
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
शबाना आजमी ने कैफी आजमी के साथी कॉमरेड हरिमंदिर पांडेय, विकास कुमार यादव, मिजवा वेलफेयर सोसायटी के मैनेजर आशुतोष त्रिपाठी और कई अन्य लोगों के साथ कैफी साहब की प्रतिमा पर शम्मा रौशन किया और उन्हें खिराज-ए-अकीदत पेश की.
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
कैफी आजमी की यौमे पैदाइश पर पहुंची शबाना आजमी, गांव के लोगों के साथ
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
कैफी आजमी साहब के यौमे पैदाइश के मौके पर केक काटती उनकी बेटी और बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
कैफी आजमी साहब की फोटो पर फूल चढ़ाकर खिराज-ए-अकीदत पेश करती शबाना आजमी
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
कैफी आजमी साहब की फोटो पर माला पहनाते हुए खिराज-ए-अकीदत पेश करती शबाना आजमी
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
कैफी आजमी इंटर कॉलेज की छात्राओं ने कैफी साहब की नज्मों और गीतों के जरिए वहां पर आए मेहमानों के समक्ष कैफी साहब की यादों को ताजा किया.
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
कैफी आजमी साहब की यौमे पैदाइश पर हुए प्रोग्राम में भाग लेने वाली कॉलेज की छात्राएं
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
कैफी आजमी साहब की यौमे पैदाइश पर हुए प्रोग्राम में आए हुए इलाके के लोग
(फोटो-आशुतोष त्रिपाठी/क्विंट हिंदी)
कैफी साहब की यौमे पैदाइश के मौके पर चिकनकारी और कॉलेज से जुड़ी गरीब छात्राओं को हीरो साइकिल के सौजन्य से 50 साइकिल बांटी गई.