Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019MP: महिला से जूते के फीते 'बंधवाते' दिखे चितरंगी SDM, CM यादव ने की कड़ी कार्रवाई

MP: महिला से जूते के फीते 'बंधवाते' दिखे चितरंगी SDM, CM यादव ने की कड़ी कार्रवाई

MP News: इस पूरे विवाद पर महिला कर्मचारी ने कहा कि "मैंने स्वेच्छा से उनके फीते बांधे."

क्विंट हिंदी
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>MP: महिला से जूते के फीते 'बंधवाते' दिखे चितरंगी SDM, CM यादव ने की कड़ी कार्रवाई</p></div>
i

MP: महिला से जूते के फीते 'बंधवाते' दिखे चितरंगी SDM, CM यादव ने की कड़ी कार्रवाई

फोटो- स्क्रीनशॉट

advertisement

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिंगरौली (Singrauli) जिले के चितरंगी की एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है जिसके बाद वहां के एसडीएम को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हटाने के निर्देश दे दिए. दरअसल वायरल तस्वीर में एक महिला एसडीएम के जूते के फीते बांधते हुए दिख रही है. चलिए समझते हैं क्या है मामला?

इस तस्वीर में सिंगरौली जिले में चितरंगी के एसडीएम असवन राम चिरावन हैं जिनके स्टाफ की एक महिला उनके जूते के फीते बांधते हुए नजर आ रही है. सिंगरौली में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का प्रसारण अयोध्या से मध्य प्रदेश की राज्य मंत्री राधा सिंह की मौजूदगी में दिखाया जा रहा था. इसी दौरान कई अधिकारियों समेत एसडीएम चिरावन वहां ड्यूटी पर तैनात थे. कार्यक्रम जब खत्म ही होने वाला था तभी एसडीएम चिरावन के जूते के फीते एक महिला बांध रही थी. इस दृश्य को किसी ने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया जिसके बाद बवाल हुआ.

CM यादव ने SDM को हटाने का निर्देश दिया

मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए एसडीएम को हटाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, "सिंगरौली जिले के चितरंगी में एसडीएम द्वारा एक महिला से उनके जूते के फीते बंधवाने का मामला सामने आया है, जो अत्यंत निंदनीय है. इस घटनाक्रम को लेकर एसडीएम को तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं, हमारी सरकार में नारी सर्वोपरी है."

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

वायरल तस्वीर में दिखी महिला और SDM चिरावन क्या बोले?

एसडीएम चिरावन ने कहा कि दिसंबर में एक कार्यक्रम के दौरान उनके दोनों घुटनों में चोट आ गई थी जिसके बाद से उन्हें चलने-फिरने में थोड़ी दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि "इसके बाद से मेरे स्टाफ के सहयोग से ही मैं काम कर पा रहा हूं. मेरे स्टाफ के लोग ही मुझे गाड़ी में बैठाते हैं, चलाते हैं और बाकी मदद करते हैं."

एसडीएम में आगे कहा कि, "खबरों में असत्य बताया जा रहा है, कार्यक्रम के दौरान मैंने अपने पैरों से जूते पहन तो लिए थे लेकिन फीते बांधने में मुझे दिक्कत आ रही थी, इसी दौरान मेरी स्टाफ की महिला ने फीते बांधे, मैंने उनसे पूछा कि आप क्या कर रही हैं, तो उन्होंने कहा आप गिर न जाए इसलिए मैं आपके फीते बांध रही हूं. मैंने उन्हें फीते बांधने का आदेश नहीं दिया था."

वहीं महिला ने कहा कि "मैंने अपनी स्वेच्छा से फीते बांधे हैं, मुझे किसी ने फीते बांधने का आदेश नहीं दिया था."

(इनपुट: अब्दुल वसीम अंसारी)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT