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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सिंगरौली (Singrauli) जिले के चितरंगी की एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है जिसके बाद वहां के एसडीएम को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हटाने के निर्देश दे दिए. दरअसल वायरल तस्वीर में एक महिला एसडीएम के जूते के फीते बांधते हुए दिख रही है. चलिए समझते हैं क्या है मामला?
इस तस्वीर में सिंगरौली जिले में चितरंगी के एसडीएम असवन राम चिरावन हैं जिनके स्टाफ की एक महिला उनके जूते के फीते बांधते हुए नजर आ रही है. सिंगरौली में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का प्रसारण अयोध्या से मध्य प्रदेश की राज्य मंत्री राधा सिंह की मौजूदगी में दिखाया जा रहा था. इसी दौरान कई अधिकारियों समेत एसडीएम चिरावन वहां ड्यूटी पर तैनात थे. कार्यक्रम जब खत्म ही होने वाला था तभी एसडीएम चिरावन के जूते के फीते एक महिला बांध रही थी. इस दृश्य को किसी ने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया जिसके बाद बवाल हुआ.
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए एसडीएम को हटाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, "सिंगरौली जिले के चितरंगी में एसडीएम द्वारा एक महिला से उनके जूते के फीते बंधवाने का मामला सामने आया है, जो अत्यंत निंदनीय है. इस घटनाक्रम को लेकर एसडीएम को तत्काल हटाने के निर्देश दिए हैं, हमारी सरकार में नारी सर्वोपरी है."
एसडीएम चिरावन ने कहा कि दिसंबर में एक कार्यक्रम के दौरान उनके दोनों घुटनों में चोट आ गई थी जिसके बाद से उन्हें चलने-फिरने में थोड़ी दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि "इसके बाद से मेरे स्टाफ के सहयोग से ही मैं काम कर पा रहा हूं. मेरे स्टाफ के लोग ही मुझे गाड़ी में बैठाते हैं, चलाते हैं और बाकी मदद करते हैं."
एसडीएम में आगे कहा कि, "खबरों में असत्य बताया जा रहा है, कार्यक्रम के दौरान मैंने अपने पैरों से जूते पहन तो लिए थे लेकिन फीते बांधने में मुझे दिक्कत आ रही थी, इसी दौरान मेरी स्टाफ की महिला ने फीते बांधे, मैंने उनसे पूछा कि आप क्या कर रही हैं, तो उन्होंने कहा आप गिर न जाए इसलिए मैं आपके फीते बांध रही हूं. मैंने उन्हें फीते बांधने का आदेश नहीं दिया था."
वहीं महिला ने कहा कि "मैंने अपनी स्वेच्छा से फीते बांधे हैं, मुझे किसी ने फीते बांधने का आदेश नहीं दिया था."
(इनपुट: अब्दुल वसीम अंसारी)
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