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आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) के राज्यसभा से निलंबन के खिलाफ और मणिपुर (Manipur) मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसदों ने रातभर धरना दिया. धरना 24 जुलाई को शुरू हुआ.
विपक्षी सांसद रातभर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन करते रहे. संजय सिंह ने अपने एक ट्वीट में कहा कि, "हर रात की सुबह होती है. संसद का परिसर. बापू की प्रतिमा. मणिपुर को न्याय दो."
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ समय बाद ही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई.
राज्यसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक के लिए स्थगित हुई, उसके बाद फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ी.
इस बीच संसद में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर मुद्दे पर बोलेंगे. हम राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर भी चर्चा चाहते हैं.
वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, आज मणिपुर जल रहा है, वहां दुष्कर्म हो रहे हैं. मणिपुर की बात हम कर रहे हैं और यहां प्रधानमंत्री ईस्ट इंडिया की बात कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि, इतने सारे प्रतिनिधि संसद में 267 के तहत नोटिस दे रहे हैं.
संजय सिंह ने कहा कि, प्रधानमंत्री मणिपुर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुप क्यों हैं? हम उनसे केवल संसद में आकर इस मुद्दे पर बोलने की मांग कर रहे हैं. मैं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर मुझे निलंबित करने के लिए कोई टिप्पणी नहीं करूंगा क्योंकि वह राजनीति से जुड़े व्यक्ति नहीं हैं, वह उपराष्ट्रपति हैं. संसद में मणिपुर का मुद्दा उठाना हमारी जिम्मेदारी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रदर्शन में आप सांसद संजय सिंह, संदीप पाठक और सुशील गुप्ता के अलावा TMC से डोला सेन और शांता छेत्री, कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी, अमीबेन और जेबी माथेर, सीपीएम से बिनॉय विश्वम, CPI से राजीव के अलावा BRS नेता भी शामिल हुए.
रातभर चले धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद और शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने मणिपुर मुद्दे पर नज्म पढ़ी.
मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के मुद्दे संसद में काफी हंगामा हुआ. इसी दौरान आप सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध किया. इसके बाद संजय सिंह को मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.
इसके अलावा एक दिन पहले संसद में क्या-क्या हुआ?
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मणिपुर हिंसा पर सरकार संसद में चर्चा करने के लिए तैयार है. हम मणिपुर पर संसद में चर्चा चाहते हैं. मैंने सर्वदलीय बैठक में यह कहा था, लेकिन मैं देख रहा हूं कि कुछ राजनीतिक दल हैं जो अनावश्यक रूप से यहां ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं ताकि मणिपुर पर चर्चा न हो सके.
विपक्षी मोर्चा ‘INDIA’ के सांसदों ने मणिपुर मुद्दे पर पीएम मोदी से स्टेटमेंट देने की मांग की और गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन भी किया. इसके अलावा चले सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सांसदों ने केंद्र और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. विपक्ष लोकसभा में 'प्रधानमंत्री जवाब दो', 'प्रधानमंत्री सदन में आओ' के नारे लगाए.
बीजेपी सांसदों ने भी मानसून सत्र के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने राजस्थान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
सरकार ने डीएनए टेक्नोलॉजी (उपयोग और अनुप्रयोग) विनियमन विधेयक, 2019 को लोकसभा से वापस लेने का प्रस्ताव रखा है. विधेयक जुलाई, 2019 में पेश किया गया था और जांच के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन पर स्थायी समिति को भेजा गया था.
आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संजय सिंह को निलंबित किया. राज्यसभा में बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा के सभापति धनखड़ से संजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की गुजारिश की थी.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने पब्लिक और प्राइवेट दोनों बैंकों को निर्देश दिया है कि जब लोन भुगतान की प्रक्रिया की बात हो तो कठोर कदम नहीं उठाए जाने चाहिए और उन्हें ऐसे मामलों को मानवता और संवेदनशीलता के साथ संभालना चाहिए. उन्होंने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान छोटे कर्जदारों द्वारा लिये गये लोन के फिर से भुगतान से संबंधित एक प्रश्न पर हस्तक्षेप करते हुए यह बात कही.
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद के कामकाज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है.
मौजूदा मानसून सत्र के लिए AAP सांसद संजय सिंह के निलंबन पर राज्यसभा में बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग से सभी विपक्षी दलों ने वॉकआउट किया.
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