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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दुनिया के कई देशों के मुकाबले भारत में महंगाई दर के कम होने का दावा करते हुए यह कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और एनडीए की राज्य सरकारों के प्रभावी ढंग से कामकाज करने की वजह से सरकार देश में महंगाई को नियंत्रण में रखने में सफल रही है। उन्होंने विपक्षी दलों के हंगामे पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष महंगाई की चर्चा से भाग रहा है, डर रहा है क्योंकि चर्चा होने पर उनका पदार्फाश हो जाएगा।
गोयल ने विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि चाहे वो कांग्रेस की राज्य सरकारें हो या पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार या केसीआर की तेलंगाना सरकार या आम आदमी पार्टी की राज्य सरकारें, ये सब सरकारें पूरी तरह से फेल हुई है। विपक्षी दलों की सरकारों ने तो महंगाई कम करने के लिए पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर तक को नहीं घटाया।
सदन में हंगामे को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार तो पहले दिन से ही कह रही है कि वो हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। महंगाई को ज्वलंत विषय बताते हुए गोयल ने कहा कि, सरकार इस पर चर्चा चाहती है ताकि देश को पता चले कि महंगाई को लेकर भारत सरकार ने कितने अहम कदम उठाए हैं। जिसकी वजह से भारत में महंगाई की दर अन्य देशों के मुकाबले कम रही है।
गोयल ने कहा कि, जहां अमेरिका और यूरोप में महंगाई एक डेढ़ प्रतिशत से बढ़कर 11 प्रतिशत तक पहुंच गई है, वहीं भारत में इसकी दर औसतन 4-6 प्रतिशत के बीच बनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार के अथक प्रयासों की वजह से वैश्विक समस्याओं के बावजूद, भारत में महंगाई दर 7 प्रतिशत के आसपास है जो विदेशों की तुलना में बहुत कम है।
विपक्षी दलों द्वारा खाद्य पदार्थों पर लगाए गए जीएसटी का मुद्दा बार-बार उठाने पर पलटवार करते हुए गोयल ने कहा कि यह सब जानते है कि वो केंद्र सरकार का नहीं जीएसटी काउंसिल का फैसला था, जिसमें कांग्रेस की राज्य सरकारों के मंत्री, आप के राज्य सरकारों के मंत्रियों के साथ ही अन्य विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों के मंत्री भी शामिल है और उसमें सर्वसम्मति से यह फैसला हुआ था, किसी ने भी उस फैसले का विरोध नहीं किया।
पीयूष गोयल ने विपक्षी दलों के हंगामे पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष महंगाई की चर्चा से भाग रहा है, डर रहा है क्योंकि चर्चा होने पर उनका पदार्फाश हो जाएगा।
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