मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019केजरीवाल की सरकार के 3 साल, लेकिन बदल गए ‘आप’ के व्यवहार

केजरीवाल की सरकार के 3 साल, लेकिन बदल गए ‘आप’ के व्यवहार

तीन सालों में काफी बदले-बदले से नजर आने लगे हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Updated:
अब बदले-बदले से नजर आने लगे हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल
i
अब बदले-बदले से नजर आने लगे हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल
(फाइल फोटोः IANS)

advertisement

'पांच साल केजरीवाल' के नारे के साथ 2015 में दिल्ली की सत्ता पर काबिज होनेवाली आम आदमी पार्टी की सरकार को बुधवार को तीन साल पूरे हो गए हैं. नई-नवेली पार्टी के रूप में सत्ता पर काबिज हुई आप की राजनीति में जमे खिलाड़ियों की तरह बदलाव आ गए हैं.

पार्टी के संस्थापक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, जो कभी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले करते थे, अब उन्होंने राजनीतिक विरोधियों पर तीखे हमले करने का अंदाज बदल दिया है. अब वो फूंक फूंक कर कदम उठाते हैं और पूरे नापतौल के साथ बयान देते हैं.

अब मोदी नहीं है टारगेट लिस्ट में!

केजरीवाल के ट्विटर पर 1.3 करोड़ फॉलोअर हैं. उन्होंने बीते 11 महीनों से एक भी बार मोदी शब्द ट्वीट नहीं किया है. उन्होंने मोदी का जिक्र करते हुए अपना पिछला ट्वीट 9 मार्च, 2017 को किया था. केजरीवाल ने 2016 में मोदी का जिक्र अपने ट्वीट में 124 बार और 2017 में 33 बार किया था. उन्होंने इन ट्वीट में प्रधानमंत्री पर जमकर हमला बोला था.

मोदी पर हमला- राजनीतिक नुकसान

पार्टी के नेताओं और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मोदी को लेकर ट्वीट में यह बदलाव आप के चुनावों में नुकसान के बाद किया गया है. केजरीवाल ने पहले के अपने ट्वीट्स में मोदी पर निशाना साधा था. इन ट्वीट्स में 'मोदी ने दिल्ली में आपातकाल घोषित किया', 'तानाशाह मोदी सरकार' और 'क्या मोदी सरकार सेना विरोधी नहीं है' आदि शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- AAP के 20 MLA अयोग्य, केजरीवाल बोले- ऊपरवाले ने सोच कर दीं 67 सीट

आप प्रमुख ने अपने किसी भी ट्वीट को मोदी को उनके ट्विटर अकांउट पर 2017 और 2018 में अब तक कभी टैग नहीं किया है. साल 2016 में उन्होंने प्रधानमंत्री को आठ बार टैग किया था. मोदी को लेकर ट्वीट की वजह से आप को सबसे पहले पंजाब और गोवा फिर दिल्ली के नगर निगम चुनावों और 2017 के राजौरी गार्डन के उपचुनाव में नुकसान हुआ.
शुरुआत में अरविंद केजरीवाल के निशाने पर रहते थे पीएम मोदी(फोटो: द क्विंट)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

अब मोदी पर निजी टिप्पणी से परहेज

सीएम केजरीवाल अब पीएम मोदी पर निजी तौर पर ताना मारने से परहेज कर रहे हैं. यहां तक कि आप के 20 विधायकों को जनवरी में इस साल अयोग्य करार दिए जाने के दौरान भी उन्होंने प्रधानमंत्री पर निजी तौर पर हमले से परहेज किया. हालांकि आप ने ये आरोप लगाए थे कि उनके विधायकों को केंद्र की बीजेपी सरकार के इशारे पर अयोग्य करार दिया गया.

पार्टी की सोची समझी रणनीति

पार्टी के नेताओं और कुछ राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा कि यह एक सोची समझी रणनीति के तहत है. एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने कहा कि यह 'प्रबुद्ध फैसला' बीते साल दिल्ली नगर निगम चुनावों में हार के बाद बुलाई गई बैठक में लिया गया.

दिल्ली नगर निगम चुनावों में आप 48 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही और बीजेपी ने 181 सीटों पर जीत दर्ज की. यह आप के लिए बड़ा झटका था, जिसने 2015 के विधानसभा चुनावों में 70 सीटों में से 67 पर जीत दर्ज की थी.

आप नेता ने कहा, “मोदी पर हमले से हमें कुछ हासिल नहीं हो रहा था और इसके बजाय हमने शासन पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया.”

राजनीतिक विश्लेषक नीरजा चौधरी कहती हैं कि यह निश्चित तौर पर केजरीवाल की रणनीति में बदलाव है, जिससे उन्होंने मोदी पर निजी तौर पर हमला करना बंद कर दिया. उन्होंने कहा, “यह साफ है कि आप ने मिड्ल क्लास का विश्वास खो दिया और अगर वे दिल्ली में बने रहना चाहते हैं तो उन्हें विश्वास फिर से हासिल करने की जरूरत है.”

(इनपुटः IANS)

ये भी पढ़ें- शीला दीक्षित से खास बातचीत, क्या दिल्ली के लिए सही हैं केजरीवाल ?

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 14 Feb 2018,12:33 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT