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'जब बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी'. कफील आजर अमरोहवी की ये नज्म आज आम आदमी पार्टी पर ठीक बैठ रही है. दिल्ली में बात उठी और उसका असर गुजरात में देखा जा रहा है.
दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन पर विजयादशमी के दिन दिल्ली में बौद्ध सम्मेलन में हिंदू देवी-देवताओं को न मानने की शपथ दिलाने का आरोप था. राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा गुजरात चुनाव से भी जोड़ कर देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि राजेंद्र पाल के बयान से AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल भी खुश नहीं थे.
गुजरात में केजरीवाल पर बीजेपी ने करारा वार किया. इसी दौरान गुजरात में केजरीवाल को हिंदू विरोधी बताते हुए कई पोस्टर्स लगाए गए. बताया जा रहा है कि राजेंद्र पाल के घटनाक्रम से गुजरात में आम आदमी पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता था. इसी का नतीजा रहा कि पाल ने इस्तीफा दे दिया.
राजेंद्र पाल गौतम के बयान के बाद से गुजरात की सड़कों पर पोस्टर वॉर छिड़ गया था. गुजरात के अहमदाबाद, सूरत और राजकोट की सड़कों पर शनिवार को हिंदू विरोधी नारों के साथ पोस्टर दिखाई दिए थे. इन पोस्टर्स में अरविंद केजरीवाल को मुस्लिम टोपी पहने दिखाया गया था. एक पोस्टर में लिखा था कि मैं हिंदू धर्म को पागलपन मानता हूं. जबकि, दूसरे पोस्टर में लिखा था कि मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानता. यह पोस्टर मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के विरोध में लगाए गए थे.
वहीं, पोस्टर को लेकर केजरीवाल ने कहा था कि ये लोग मुझसे नफरत करते हैं. उस पोस्टर पर भगवान के खिलाफ अपशब्द लिखें हैं. भगवान का अपमान किया है. जिन लोगों ने पोस्टर लगाए हैं, वो मुझसे नफरत करने में इतने अंधे हो गए हैं कि भगवान के खिलाफ अपशब्द लिख रहे हैं.
हालांकि, अरविंद केजरीवाल ने वोटर्स को राम दर्शन कराने का भी वादा किया है. केजरीवाल ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर उनकी पार्टी गुजरात की सत्ता में आती है तो फिर रामभक्तों को मुफ्त में अयोध्या ले जाया जाएगा और भगवान श्रीराम के मंदिर में दर्शन करवाए जाएंगे.
बता दें, दिल्ली में भी ऐसी ही योजना चल रही है, जिसमें ट्रेन के जरिए रामभक्तों को अयोध्या के दर्शन करवाए जाते हैं. बताया जा रहा है कि गुजरात चुनाव के ठीक पहले राजेंद्र गौतम के बयान से पार्टी को कोई नुकसान नहीं हो जाए, यह भी एक वजह है कि केजरीवाल को हिंदू वोटर्स के लिए वादे करने पड़े.
इस मामले पर बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि दिमाग और प्लान अरविंद केजरीवाल का, जुबान राजेंद्र गौतम की, अब प्लान फेल होने पर अगर मोहरे ने इस्तीफा दिया है तो मास्टरमाइंड केजरीवाल को भी देना होगा.
विश्व हिंदू परिषद के विनोद बंसल ने ट्वीट कर लिखा कि हिंदू द्रोही मंत्री का त्यागपत्र मात्र एक दिखावा है, हिन्दू समाज समझ चुका है कि आम आदमी पार्टी नहीं, एक बहुत बड़ा छलावा है.
उधर, मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि जिस तरह बीजेपी मेरी पार्टी और मेरे नेता को बदनाम करने की कोशिश कर रही है इससे मैं आहत हूं. समाज के हक के लिए जिस मजबूती से लड़ाई लड़नी चाहिए उसमें एक मंत्री के तौर पर बंदिश होती है, मैं आज अपने आपको मुक्त महसूस कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि जो मुझे धमकी दे रहे हैं मैं इनसे डरता नहीं हूं मैं अपने समाज के लिए लड़ाई लडूंगा.
राजेंद्र पाल गौतम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बीजेपी ने उन पर और आम आदमी पार्टी पर हमला बोल दिया था, जिसमें उन्हें 5 अक्टूबर को कार्यक्रम में भाग लेते हुए दिखाया गया था, जहां सैकड़ों ने बौद्ध धर्म अपनाने और हिंदू देवताओं को भगवान नहीं मानने का संकल्प लिया था. इसमें राजेंद्र पाल गौतम ने लोगों को हिंदू-देवताओं का बहिष्कार करने की शपथ ली थी.
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