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आम आदमी पार्टी के दो बागी विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है. एक न्यूज चैनल से बातचीत में विधायकों ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल पार्टी विधायकों को ‘गधा’ और ‘टुच्चा’ कहकर संबोधित करते हैं.
विधायक देवेंद्र सहरावत और अनिल वाजपेयी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के इसी रवैये के चलते उन्हें पार्टी छोड़ने का फैसला लेना पड़ा था.
बता दें, आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके दोनों विधायकों ने दिल्ली विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है.
AAP छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके विधायक अनिल वाजपेयी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल उन्हें 'गधा' और 'टुच्चा' कहकर बेइज्जत करते थे. आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके विधायक अनिल वाजपेयी ने कहा-
वाजपेयी ने कहा कि हम लोग डेढ़-दो लाख वोटों से चुनाव जीतकर आए हैं, फिर भी हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जाता था. वाजपेयी ने दूसरी घटना का जिक्र करते हुए कहा-
ये पहला मौका नहीं है जब आम आदमी पार्टी के किसी विधायक ने कहा है कि केजरीवाल पार्टी में विधायकों को ‘गधा’ या ‘टुच्चा’ कहते हैं. इससे पहले पार्टी की एक और विधायक अलका लांबा ने भी केजरीवाल पर उनसे और दूसरे विधायकों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था.
अलका ने कहा था, ‘केजरीवाल अपने विधायकों को गधा और टुच्चा कहते हैं. उन्होंने एक बार मुझे भी कहा था कि क्या बक रही हो.’
बता दें, साल 2017 में एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस के सिपाहियों को ‘ठुल्ला’ कहकर संबोधित किया था.
बागी नेता अनिल वाजपेयी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल विधायकों पर व्यापारियों से दो करोड़ रुपये लाने का दवाब बनाते थे.
अनिल वाजपेयी और देवेंद्र सहरावत का दावा है कि आम आदमी पार्टी में उनके जैसे दर्जनों विधायक हैं, जिनकी बात नहीं सुनी जाती है.
दिल्ली हाइकोर्ट ने आम आदमी पार्टी के बागी विधायक देवेंद्र सहरावत और अनिल वाजपेयी की अर्जी खारिज कर दी है. दोनों विधायकों ने दिल्ली विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल के खिलाफ याचिका लगाई गई थी.
कोर्ट ने कहा कि विधानसभा में दोनों विधायकों की सदस्यता को रद्द करने का फैसला वह स्पीकर रामनिवास गोयल के विवेक पर छोड़ते हैं. कोर्ट ने कहा कि विधानसभा स्पीकर के पास ये पावर होती है कि वो विधायकों की कोर्ट में लगाई गई अर्जी पर फैसला ले सके.
विधानसभा की सदस्यता रद्द किए जाने का नोटिस पा चुके आम आदमी पार्टी के बागी विधायक देवेंद्र सहरावत और अनिल वाजपेयी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर स्पीकर पर AAP में सक्रिय होने का आरोप लगाया था. दोनों ने कहा था कि स्पीकर उनके मामले में निष्पक्ष सुनवाई नहीं करेंगे, इसलिए ये मामला किसी तीसरे पक्ष को सौंपा जाए. लेकिन कोर्ट ने अर्जी खारिज कर दी.
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