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कैप्टन अमरिंदर सिंह के पंजाब (Punjab) के सीएम पद से हटने के बाद बड़े बदलाव देखने की बारी राजस्थान की होगी. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से यह बात कही. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व पीसीसी प्रमुख सचिन पायलट ने हाल ही में दिल्ली में रेगिस्तानी राज्य में लंबित मुद्दों पर लंबी चर्चा की थी. पायलट खेमे के एक पार्टी के नेता ने कहा,
दिसंबर 2018 में, कांग्रेस ने 200 में से 99 सीटें जीतीं और अशोक गहलोत को सीएम बनाया गया, भले ही वह चुनाव प्रचार के दौरान सीएम का चेहरा नहीं थे. इन चुनावों के पांच महीने बाद, लोकसभा चुनाव हुए, जहां कांग्रेस ने 25 सीटों में से एक जीत हासिल की.
अब, अगला चुनाव 2023 में निर्धारित है और पार्टी एक नए सीएम चेहरे पर विचार कर रही है ताकि 2019 के लोकसभा परिणाम 2024 के संसदीय चुनावों में दोहराए न जाएं. दिग्गज रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने व्यापक रणनीति बनाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दी है. उन्होंने कहा कि गांधी ने इसे अंबिका सोनी जैसे दिग्गज नेताओं और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ साझा किया था. किशोर ने अपनी रिपोर्ट में पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बड़े बदलाव की सिफारिश की है.
ये ऐसे राज्य हैं, जहां कांग्रेस मजबूत जमीन पर है और इसलिए पार्टी को इन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए, उन्होंने सिफारिश की.
गहलोत अब वापस एक्शन में आ गए हैं. पिछले दो दिनों से वह नियमित बैठकें करने लगे हैं और बुधवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई.
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