advertisement
उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra Custodial Death) में वाल्मीकि समाज के शख्स की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में राजस्थान की गहलोत सरकार कानून कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. मृतक अरुण वाल्मीकि के भरतपुर में रहने वाले रिश्तेदारों ने शुक्रवार 22 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार ने मुख्य सचेतक (व्हिप) और भरतपुर के प्रभारी मंत्री महेश जोशी के आवास पर मीडिया से यूपी पुलिस की प्रताड़ना की पूरी कहानी बताई.
मीडिया से बातचीत करते हुए पीड़ित ललित वाल्मीकि ने बताया कि, अरुण वाल्मीकि के खिलाफ लगे चोरी के आरोपों की जांच करते हुए यूपी से करीब 20 पुलिस वालों की टीम भरतपुर पहुंची और ललित सहित चार-पांच लोगों को साथ ले गई. 4 दिनों तक अवैध कस्टडी में रखा गया.
ललित ने बताया कि, अरुण वाल्मीकि की पत्नी भी भरतपुर से संबंध रखती हैं. ललित वाल्मीकि ने बताया कि परिवार के सदस्यों को उत्तर प्रदेश पुलिस अरुण की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए साथ लेकर गई थी. अरुण की मौत के बाद मचे बवाल के बाद में उन्हें जैसे-तैसे छोड़ दिया गया, लेकिन ललित वाल्मीकि को अभी यूपी पुलिस से अपने और परिवार की सुरक्षा की चिंता है.
प्रभारी मंत्री महेश जोशी ने कहा कि राजस्थान सरकार पीड़ितों को हरसंभव सुरक्षा मुहैया उपलब्ध कराएगी और हर संभव मदद करेगी. उन्होंने कहा कि अगर पीड़ित परिवार अपने स्तर पर कोई कानूनी कार्रवाई करेगा तो भी राजस्थान सरकार और प्रदेश की जनता पीड़ित परिवार के साथ है. उन्होंने कहा कि हर कानूनी पहलुओं का अध्ययन हो रहा है कि राजस्थान सरकार किस तरह से कानूनी दायरे में यूपी पुलिस पर कार्रवाई कर सकती है.
इससे पहले शुक्रवार 22 अक्टूबर की सुबह चिकित्सा राज्यमंत्री और भरतपुर से विधायक सुभाष गर्ग के साथ पीड़ित परिवार अशोक गहलोत से मिला था और घटना की जानकारी दी थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने व संरक्षण देने की बात कही थी. गौरतलब है कि अरुण वाल्मीकि की पुलिस हिरासत में मौत के बाद ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आगरा पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी.
इस मामले पर एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने कहा कि, सभी वैधानिक कार्यवाही की जा चुकी हैं. मुकदमा पहले ही कायम किया जा चुका था. निष्पक्ष जांच के लिए इसे आगरा जनपद से बाहर ट्रांसफर कर दिया गया है, इसकी जांच अलीगढ़ रेंज में किसी जनपद में की जाएगी, इसका आदेश जारी हो गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined