कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने बुधवार देर रात आगरा पहुंची, उन्होंने पुलिस कस्टडी में जान गंवाने वाले सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि (Arun Valmiki) के परिवार से मुलाकात की. प्रियंका गांधी काफी देर तक पीड़ित परिवार के साथ रहीं और उन्हें सांत्वनाएं दीं.
दलित परिवार से आने वाले अरुण के परिजनों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी मीडिया से मुखातिब हुईं और सरकार पर निशाना साधा.
प्रियंका ने कहा कि मृतक की बेरहमी से पिटाई की गई. सरकार का रवैया सही नहीं है. 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देकर मामले को खत्म कर दिया गया. उन्होंने कहा कि वह पीड़ित परिवार को राजस्थान सरकार से भी मुआवजा दिलवाने का प्रयास करेंगी.
पत्नी के सामने अरुण को पीटा गया, 2 बजे अरुण के भाई उनसे मिले थे, तब तक वो ठीक हो गए थे. लेकिन ढाई बजे बताया गया कि उनकी मौत हो गई है. पोस्टमॉर्टम के वक्त परिवार मौजूद भी नहीं था.प्रियंका गांधी
मृत अरुण वाल्मीकि के परिजनों से मिलते वक्त प्रियंका गांधी के साथ यूपी कांग्रेस के अजय लल्लू, आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद थे.
क्या था मामला?
17 अक्टूबर को आगरा के जगदीशपुरा थाने में मालखाने से 25 लाख रुपये चोरी हो गए थे, इसके शक में पुलिस ने सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि को हिरासत में लिया था, बाद में उसकी मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप है कि अरुण की मौत पुलिस की पिटाई की वजह से हुई है.
इस मामले में एक इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल को निलंबित किया जा चुका है. इससे पहले पुलिस ने लखनऊ से आगरा रवाना होते पर प्रियंका को रोक लिया था, हालांकि भारी हंगामे के बाद उन्हें आगरा जाने की अनुमति दे दी गई थी.
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