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किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा की खट्टर सरकार में सहयोगी जननायक जनता पार्टी पर बीजेपी के सरकार से अलग होने का दबाव बढ़ता जा रहा है. इस बीच दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे की बात को लेकर JJP नेता अजय चौटाला ने कहा है,
किसान आंदोलन के समर्थन में दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे के सवाल पर अजय चौटाला ने कहा कि क्या अभय चौटाला के इस्तीफे से किसानों की समस्या का कोई हल निकला है. अजय चौटाला का कहना है कि कृषि कानून केंद्र सरकार ने बनाया है इसलिए इस मुद्दे को लेकर हरियाणा के लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को इस्तीफा देना चाहिए ना कि विधानसभा के सदस्यों और राज्य सरकार के मंत्रियों को.
कृषि कानून को लेकर चल रहे विरोध पर अजय चौटाला ने कहा कि सरकार और किसान संगठनों को मिलकर बातचीत के जरिए इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि सरकार और किसान संगठन दोनों एक-एक कदम पीछे हटे हैं और वार्ता का माहौल तैयार करें.
अजय चौटाला का कहना है कि कृषि कानूनों को लेकर किसान कुछ मुद्दों पर असहमत है. हालांकि कृषि मंत्री ने इसे लेकर स्पष्टीकरण दिया है. वहीं संसद के दोनों सदनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यह कहा है कि इन मुद्दों को लेकर सरकार किसान संगठनों से बातचीत करने के लिए तैयार है.
पिछले कुछ हफ्तों से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, दुष्यंत चौटाला समेत कई बीजेपी नेताओं को किसान संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इस मसले को लेकर विपक्ष बीजेपी सरकार में सहयोगी जननायक जनता पार्टी के विधायक दुष्यंत चौचाला को टारगेट कर रही है
किसानों के समर्थन में अजय चौटाला के भाई और INLD’s के विधायक अभय चौटाला ने विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं. वहीं कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी को किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में शामिल होने के आरोप में सदन से निष्काषित कर दिया गया है.
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