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मुख्यमंत्री चेहरा कर्नल कोठियाल (Retd Col Ajay Kothiyal) के बहाने आप की फौजी वोटरों पर नजर है. एक साल पहले आम आदमी पार्टी को लगने लगा था कि उत्तराखंड के लोगों का दिल्ली संपर्क ही उसके लिए जादू की छड़ी साबित हो सकती है. ऐसे में पार्टी ने राज्य में दिलचस्पी लेनी शुरू की, उसको एक ऐसे चेहरे की तलाश थी, जो वोटरों के लिए साफ-सुथरा हो, और जिसके दम पर चुनाव लड़ा जा सके. यहां पर पार्टी की खोज खत्म हुई, कर्नल अजय कोठियाल के चेहरे पर.
सेना से वीआरएस लेने वाले कर्नल अजय कोठियाल को आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में अपना मुखिया बनाया है.
तीन दशक तक सेना में रहे अजय कोठियाल
कोई तीन दशक की सेवा करने के बाद एक साल पहले सेना से वीआरएस (VRS) लेने वाले कर्नल अजय कोठियाल, केदारनाथ में साल 2013 में आई भीषण आपदा के बाद वहां पुनर्निर्माण करवाने के लिए सुर्खियों में आए थे. उस वक्त राज्य के मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत ने हाल ही में नौ अगस्त को अपनी फेसबुक पोस्ट में कर्नल कोठियाल के काम के लिए उनकी तारीफ भी की थी.
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में दस्तक दी थी, लेकिन इसके बाद पार्टी ने अपने हाथ खींच लिए थे. फिर एक साल पहले आप को लगने लगा कि उत्तराखंड का राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से संपर्क ही उसके लिए जादू की छड़ी साबित हो सकता है. ऐसे में पार्टी ने उत्तराखंड में दिलचस्पी लेनी शुरू की उसको ऐसे चेहरे की तलाश थी वोटरों के लिए साफ-सुथरा हो, और जिसके दम पर चुनाव लड़ा जा सके. पार्टी की खोज खत्म हुई कर्नल अजय कोठियाल पर जो केदारनाथ आपदा में सुर्खियों में आये थे. जिन पर आम आदमी पार्टी को लगता है कि साफ-सुथरी छवि वाले अजय कोठियाल को अपना मुख्यमंत्री चेहरा बनाने से वोटरों में उनके प्रति अच्छा संदेश जाएगा.
उत्तराखंड राज्य में छह महीने से भी कम समय में विधानसभा चुनाव होने हैं, 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 57 सीटें मिली थी. लेकिन इस साल मार्च के बाद पार्टी ने अपने दो मुख्यमंत्री हटाकर पुष्कर सिंह धामी को कमान सौंपी है.
वहीं आने वाले चुनाव में बीजेपी का चेहरा कौन होगा? इसको लेकर पार्टी ने अभी अपने पत्ते खोले नहीं हैं. लेकिन अब चेहरों की लड़ाई में आम आदमी पार्टी ने रौचक जरूर बना दी है. आप के लिए राज्य में खोने को कुछ नहीं, लेकिन हासिल करने के लिए बहुत कुछ है, आप का एक तीर से दो शिकार की रणनीति है.
कर्नल अजय कोठियाल को मुख्यमंत्री का चेहरा करने के बहाने आप ने एक तीर से दो शिकार किए हैं, राज्य के हर परिवार में से किसी ना किसी का संबंध फौज से है. आम आदमी पार्टी की नजर ऐसे परिवारों पर है जो अमूमन बीजेपी समर्थक है. बीजेपी नुकसान नहीं मान रही.
बीजेपी के जिला अध्यक्ष दिनेश उनियाल का कहना था कि आप का बीजेपी के सैनिक समर्थकों पर कोई प्रभाव नहीं होगा, लेकिन जो नुकसान भी होगा तो वो होगा कांग्रेस को ही होगा.
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