advertisement
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया. 3 घंटे के बाद ही अखिलेश यादव ने भी एसपी का घोषणा पत्र जारी कर दिया. चुनाव में मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों पार्टियों के बीच दिख रहा है. ऐसे में दोनों ने महिला, युवा, रोजगार और किसान के मुद्दों को छूने की कोशिश की. बीजेपी ने लड़कियों को फ्री में स्कूटी देने का मास्टर ट्रोक चला तो अखिलेश ने सरकारी नौकरी में 33% आरक्षण का वादा किया. ऐसे में जानते हैं कि किस पार्टी के घोषणापत्र में जनता के बड़े मुद्दों को शामिल किया गया.
एसपी-बीजेपी दोनों ने किसानों को लेकर कई वादे किए. बीजेपी ने मुफ्त बिजली, चीनी मिलों की स्थापना और 6 मेगा फूड पार्क विकसित करने की बात कही. लेकिन अखिलेश ने साल 2025 तक सभी किसानों को कर्ज मुक्त कराने का वादा कर दिया. वहीं मुफ्त में 2 बोरी डीएपी और 5 बोरी यूरिया देने की बात कही.
पश्चिम यूपी में किसानों की सबसे बड़ी समस्या गन्ना की कीमत तय समय पर नहीं मिलने की है. इसपर बीजेपी ने बाजी मार ली. उनके मेनिफेस्टो में कहा गया कि 14 दिन में भुगतान किया जाएगा. अगर भुगतान नहीं किया गया तो किसानों को उतने दिन का ब्याज के साथ भुगतान किया जाएगा.
गरीबों के लिए खाने की व्यवस्था पर दोनों पार्टियों ने वादे किए. बीजेपी ने मां अन्नपूर्णा कैंटीन की स्थापना की बात कही, लेकिन खाने के दाम का जिक्र नहीं किया. कहा कि सस्ता खाना मिलेगा. वहीं अखिलेश ने वादा किया कि गरीबों को 10 रुपए में समाजवादी थाली मिलेगी.
कॉलेज की लड़कियों को फ्री स्कूटी देने का वादा बीजेपी से पहले कांग्रेस कर चुकी है. हालांकि बीजेपी का ये मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. लेकिन एसपी ने उसकी पूर्ति महिलाओं को 33% आरक्षण देने की घोषणा से की. ये आरक्षण सभी वर्ग की महिलाओं को मिलेगा. हालांकि एसपी के घोषणा में सभी महिला फ्रंटलाइन कर्मियों को इलेक्ट्रिक स्कूटर देने की बात कही गई है.
शिक्षा के मामले में अखिलेश ने दो बड़ी बातें कहीं. पहला साल 2027 तक राज्य को 100% साक्षर बनाया जाएगा. दूसरा, लड़कियों को केजी से लेकर पीजी तक फ्री में शिक्षा मिलेगी. वहीं बीजेपी ने स्मार्ट स्कूलों की बात कही. बीजेपी ने हायर एजुकेशन रेनोवेशन मिशन और लखनऊ-नोएडा में डिजिटल अकादमी स्थापना का वादा किया. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को फ्री में कोचिंग की सुविधा दी जाएगी. 2 करोड़ टैबलेट या स्मार्टफोन बांटे जाएंगे.
ये वादा एसपी के लिए प्लस प्वाइंट साबित हो सकता है. अखिलेश ने कहा कि मनरेगा की तर्ज पर युवाओं के लिए तब तक न्यूनतम रोजगार और आय की गारंटी सुनिश्चित की जाएगी, जब तक की उन्हें कोई व्यवसाय या नौकरी नहीं मिल जाती. वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने का मौका गंवाने वाले उम्मीदवारों को आयु में दो साल की छूट देने का वादा किया गया.
यूपी में महिला टीचरों की पोस्टिंग एक बड़ा मुद्दा रही है. कई केस सामने आए, जिसमें महिलाएं अपना घर छोड़कर नौकरी के लिए दूसरी जगहों पर रहती है, जिससे उन्हें काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. एसपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि महिला शिक्षिकाओं को उनकी पोस्टिंग के लिए विकल्प दिए जाएंगे. वहीं बीजेपी के घोषणा पत्र में फिलहाल इन बातों का जिक्र नहीं मिला. हालांकि ये जरूर कहा गया कि यूपीपीएससी सहित सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं की संख्या को दोगुना किया जाएगा.
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी सरकार आई तो ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए भी एफआईआर दर्ज कराई जा सकेगी. एसपी ने वादा किया कि महिलाओं के खिलाफ हेट क्राइम के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का पालन किया जाएगा. सभी जिलों में साइबर यूनिट की स्थापना की जाएगी. वहीं बीजेपी ने कहा कि 3 नई महिला बटालियन के नेटवर्क का विस्तार कर उसे दोगुना करते हुए महिलाओं की सुरक्षा और भी सुनिश्चित की जाएगी. करीब 3000 पिंक पुलिस बूथ की स्थापना की भी बात की गई.
बीजेपी का घोषणा पत्र 12 पन्नों का था तो एसपी का घोषणा पत्र में डिटेलिंग के साथ 87 पन्नों का था. अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का जिक्र भी किया कि उन्होंने विस्तार से बताया है कि योजनाओं को कैसे और किन लोगों के लिए शुरू किया जाएगा. वहीं बीजेपी के घोषणा पत्र में वादे तो थे लेकिन डिटेलिंग की कमी थी. चूंकि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है, इसलिए कुछ योजनाओं पर वे काम कर रहे होंगे और शायद इन्हीं वजहों से उनका जिक्र घोषणा पत्र में न किया हो. ऐसे में अब देखना होगा कि जनता दोनों पार्टियों में से किसके घोषणा पत्र पर भरोसा करती है और अगली सरकार के लिए चुनती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 08 Feb 2022,07:15 PM IST