मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019योगी की फ्री स्कूटी, SP का महिलाओं को 33% आरक्षण का वादा,किसका घोषणापत्र दमदार?

योगी की फ्री स्कूटी, SP का महिलाओं को 33% आरक्षण का वादा,किसका घोषणापत्र दमदार?

बीजेपी का मेनिफेस्टो 12 और समाजवादी पार्टी का 87 पेज का

विकास कुमार
पॉलिटिक्स
Updated:
<div class="paragraphs"><p>Akhilesh Yadav&nbsp;and Yogi Adityanath Manifesto</p></div>
i

Akhilesh Yadav and Yogi Adityanath Manifesto

क्विंट हिंदी

advertisement

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया. 3 घंटे के बाद ही अखिलेश यादव ने भी एसपी का घोषणा पत्र जारी कर दिया. चुनाव में मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों पार्टियों के बीच दिख रहा है. ऐसे में दोनों ने महिला, युवा, रोजगार और किसान के मुद्दों को छूने की कोशिश की. बीजेपी ने लड़कियों को फ्री में स्कूटी देने का मास्टर ट्रोक चला तो अखिलेश ने सरकारी नौकरी में 33% आरक्षण का वादा किया. ऐसे में जानते हैं कि किस पार्टी के घोषणापत्र में जनता के बड़े मुद्दों को शामिल किया गया.

एसपी ने चला 'कर्ज मुक्त किसान' का ट्रंप कार्ड

एसपी-बीजेपी दोनों ने किसानों को लेकर कई वादे किए. बीजेपी ने मुफ्त बिजली, चीनी मिलों की स्थापना और 6 मेगा फूड पार्क विकसित करने की बात कही. लेकिन अखिलेश ने साल 2025 तक सभी किसानों को कर्ज मुक्त कराने का वादा कर दिया. वहीं मुफ्त में 2 बोरी डीएपी और 5 बोरी यूरिया देने की बात कही.

बीजेपी और एसपी के घोषणा पत्र में किसानों के लिए क्या था?

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

पश्चिम में गन्ना किसानों की दिक्कत कौन दूर करेगा?

पश्चिम यूपी में किसानों की सबसे बड़ी समस्या गन्ना की कीमत तय समय पर नहीं मिलने की है. इसपर बीजेपी ने बाजी मार ली. उनके मेनिफेस्टो में कहा गया कि 14 दिन में भुगतान किया जाएगा. अगर भुगतान नहीं किया गया तो किसानों को उतने दिन का ब्याज के साथ भुगतान किया जाएगा.

एसपी के घोषणा पत्र में 15 दिन में भुगतान की बात कही गई. हालांकि एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि ब्याज की बात तब आएगी, जब गन्ना के भुगतान में देरी होगी. एसपी के शासन में देरी की नौबत ही नहीं आएगी.

एसपी को 10 रु की थाली से मिल सकता है माइलेज

गरीबों के लिए खाने की व्यवस्था पर दोनों पार्टियों ने वादे किए. बीजेपी ने मां अन्नपूर्णा कैंटीन की स्थापना की बात कही, लेकिन खाने के दाम का जिक्र नहीं किया. कहा कि सस्ता खाना मिलेगा. वहीं अखिलेश ने वादा किया कि गरीबों को 10 रुपए में समाजवादी थाली मिलेगी.

बीजेपी ने गरीब महिलाओं को होली और दीपावली में 2 मुफ्त एलपीजी सिलेंडर देने का वादा किया. वहीं अखिलेश यादव की कुछ ऐसी ही योजना का वादा किया. उन्होंने बीपीएल परिवारों को हर साल 2 एलपीजी सिलेंडर की बात कही.

बीजेपी और एसपी प्रदेश के गरीबों के लिए क्या करना चाहती हैं?

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बीजेपी की फ्री स्कूटी के आगे महिलाओं को 33% आरक्षण का वादा

कॉलेज की लड़कियों को फ्री स्कूटी देने का वादा बीजेपी से पहले कांग्रेस कर चुकी है. हालांकि बीजेपी का ये मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. लेकिन एसपी ने उसकी पूर्ति महिलाओं को 33% आरक्षण देने की घोषणा से की. ये आरक्षण सभी वर्ग की महिलाओं को मिलेगा. हालांकि एसपी के घोषणा में सभी महिला फ्रंटलाइन कर्मियों को इलेक्ट्रिक स्कूटर देने की बात कही गई है.

एसपी और बीजेपी ने घोषणा पत्रों में महिलाओं के लिए क्या-क्या कहा?

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

शिक्षा के मामले में एसपी का घोषणापत्र पड़ सकता है भारी

शिक्षा के मामले में अखिलेश ने दो बड़ी बातें कहीं. पहला साल 2027 तक राज्य को 100% साक्षर बनाया जाएगा. दूसरा, लड़कियों को केजी से लेकर पीजी तक फ्री में शिक्षा मिलेगी. वहीं बीजेपी ने स्मार्ट स्कूलों की बात कही. बीजेपी ने हायर एजुकेशन रेनोवेशन मिशन और लखनऊ-नोएडा में डिजिटल अकादमी स्थापना का वादा किया. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को फ्री में कोचिंग की सुविधा दी जाएगी. 2 करोड़ टैबलेट या स्मार्टफोन बांटे जाएंगे.

मनरेगा की तर्ज पर युवाओं को न्यूनतम रोजगार की गारंटी

ये वादा एसपी के लिए प्लस प्वाइंट साबित हो सकता है. अखिलेश ने कहा कि मनरेगा की तर्ज पर युवाओं के लिए तब तक न्यूनतम रोजगार और आय की गारंटी सुनिश्चित की जाएगी, जब तक की उन्हें कोई व्यवसाय या नौकरी नहीं मिल जाती. वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने का मौका गंवाने वाले उम्मीदवारों को आयु में दो साल की छूट देने का वादा किया गया.

बीजेपी ने 5 साल में 3 करोड़ से अधिक रोजगार या स्वरोजगार देने का वादा किया गया. कहा कि हर परिवार में कम से कम एक व्यक्ति को रोजगार या स्वरोजगार का मौका दिया जाएगा.

महिला टीचर की पोस्टिंग की दिक्कत को एसपी ने किया शामिल

यूपी में महिला टीचरों की पोस्टिंग एक बड़ा मुद्दा रही है. कई केस सामने आए, जिसमें महिलाएं अपना घर छोड़कर नौकरी के लिए दूसरी जगहों पर रहती है, जिससे उन्हें काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. एसपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि महिला शिक्षिकाओं को उनकी पोस्टिंग के लिए विकल्प दिए जाएंगे. वहीं बीजेपी के घोषणा पत्र में फिलहाल इन बातों का जिक्र नहीं मिला. हालांकि ये जरूर कहा गया कि यूपीपीएससी सहित सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं की संख्या को दोगुना किया जाएगा.

एसपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि 9वीं कक्षा से आगे पढ़ने वाली छात्राओं को साइकिल और सोलर टेबल लैंप दिए जाएंगे. यूपी पुलिस में महिलाओं को 33% प्रतिनिधित्व दिया जाएगा. कन्या विद्याधन योजना में 12वीं पास छात्राओं को एकमुश्त 36000 का राशि दी जाएगी. एसिड अटैक पीड़िताओं को पुनर्वास पैकेज दिया जाएगा.

व्हाट्सएप से FIR के आगे बीजेपी का महिला बटालियन नेटवर्क

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी सरकार आई तो ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए भी एफआईआर दर्ज कराई जा सकेगी. एसपी ने वादा किया कि महिलाओं के खिलाफ हेट क्राइम के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का पालन किया जाएगा. सभी जिलों में साइबर यूनिट की स्थापना की जाएगी. वहीं बीजेपी ने कहा कि 3 नई महिला बटालियन के नेटवर्क का विस्तार कर उसे दोगुना करते हुए महिलाओं की सुरक्षा और भी सुनिश्चित की जाएगी. करीब 3000 पिंक पुलिस बूथ की स्थापना की भी बात की गई.

एसपी के घोषणा पत्र में 12वीं पास सभी छात्रों को लैपटॉप दिए जाएंगे. वहीं बीजेपी ने कहा कि वे युवाओं को 2 करोड़ टैबलेट और स्मार्टफोन देंगे.

रोजगार को लेकर एसपी और बीजेपी क्या करना चाहती हैं?

ग्राफिक्स- मोहन सिंह

बीजेपी का घोषणा पत्र 12 पन्नों का था तो एसपी का घोषणा पत्र में डिटेलिंग के साथ 87 पन्नों का था. अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का जिक्र भी किया कि उन्होंने विस्तार से बताया है कि योजनाओं को कैसे और किन लोगों के लिए शुरू किया जाएगा. वहीं बीजेपी के घोषणा पत्र में वादे तो थे लेकिन डिटेलिंग की कमी थी. चूंकि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है, इसलिए कुछ योजनाओं पर वे काम कर रहे होंगे और शायद इन्हीं वजहों से उनका जिक्र घोषणा पत्र में न किया हो. ऐसे में अब देखना होगा कि जनता दोनों पार्टियों में से किसके घोषणा पत्र पर भरोसा करती है और अगली सरकार के लिए चुनती है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 08 Feb 2022,07:15 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT