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नागरिकता कानून पर पूरे देशभर में प्रदर्शन जारी हैं. इसे लेकर मोदी सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर कई आरोप लगाए जा रहे हैं. इन्हीं आरोपों को लेकर अब अमित शाह ने पूरे विपक्ष को डिबेट करने का चैलेंज दे दिया है. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता तय कर लें कि नागरिकता कानून पर कहां बहस करनी है. इसके अलावा शाह ने राहुल गांधी के बयानों को पाकिस्तान से जोड़ा और कहा कि उनके बयान इमरान खान के बयानों से मेल खाते हैं.
अमित शाह ने नागरिकता कानून के समर्थन में आयोजित रैली में कहा,
अमित शाह ने जेएनयू का भी जिक्र किया और उसके बहाने राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा,
"जेएनयू में देशविरोधी नारे लगे- भारत तेरे टुकड़े हों एक हजार-एक हजार, मैं जनता से पूछने आया हूं, जो भारत माता के टुकड़े करने की बात करे उनको जेल में डालना चाहिए या नहीं? मोदी जी ने उन्हें जेल में डाला तो अखिलेश, मायावती, राहुल एंड कंपनी कह रही है कि ये स्वतंत्रता का अधिकार है. अखिलेश बाबू सुन लो, हमें जितनी गालियां देनी हैं दो, हमारी पार्टी को जितनी गालियां देनी हैं दो. लेकिन भारत माता के खिलाफ नारे लगे तो जेल की सलाखों के पीछे डाल देंगे."
अमित शाह ने राहुल गांधी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के बयानों को एक साथ जोड़कर बताया कि दोनों एक ही तरह की बात करते हैं. शाह ने कहा,
अमित शाह ने इस दौरान सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को कहा कि जिसे जितना प्रदर्शन करना है करे, सीएए को वापस नहीं लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा विपक्ष की आंखों पर वोट बैंक की पट्टी बंधी है. वो लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
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