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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध करने वालों को दलित विरोधी बताया है.
देशभर में CAA के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच शाह ने 18 जनवरी को कहा,
शाह ने कर्नाटक के हुबली में कहा, ''26 सितंबर 1947 की प्रार्थना सभा में महात्मा गांधी ने कहा था कि पश्चिमी पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख हर नजरिए से भारत में आने का अधिकार रखते हैं, अगर वो वहां रहना नहीं चाहते, उनके साथ उचित व्यवहार नहीं होता तो उनको नागरिकता देना, नौकरी देना और उनके जीवन में उनको गौरव प्रदान करना भारत सरकार का कर्तव्य है.''
इसके आगे उन्होंने कहा, ''ये जो लोग आए हैं इसमें 70 फीसदी दलित भाई बहन हैं.''
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ''मैं ह्यूमन राइट्स के चैंपियन से भी कहना चाहूंगा कि अब आपका ह्यूमन राइट कहां चला गया, जाकर देखिए शरणार्थियों के कैंप में, 70 साल से नर्क का जीवन जी रहे हैं ये लोग, 70 साल से ना पीने का शुद्ध पानी है, ना मकान है, ना गटर की व्यवस्था है, ना शिक्षा की व्यवस्था है, ना आरोग्य की व्यवस्था है.'' इन शरणार्थियों को लेकर शाह ने कहा कि 3 पीढ़ियां आ गईं, लेकिन उनको वोट देने का अधिकार नहीं मिला.
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Published: 18 Jan 2020,07:43 PM IST