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दक्षिणी दिल्ली के महरौली निवासी एक डोमेस्टिक हेल्पर विनीता शनिवार (11 मई) को काम जल्दी खत्म कर घर पहुंची और बच्चों के लिए रात का खाना तैयार कर हौज-ए-शम्सी के बगल में स्थित 16वीं सदी की स्मारक जहाज महल में शाम 5 बजे आ गई.
36 वर्षीय महिला, विनीता उन सैकड़ों लोगों में शामिल थी, जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की एक झलक पाने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़े थे. यहां केजरीवाल ने अंतरिम जमानत पर तिहाड़ जेल से रिहा होने के एक दिन बाद अपना पहला रोड शो किया था.
पीले और नीले झंडों के सैलाब के बीच, 'आई लव यू केजरीवाल,' 'द टाइगर इज बैक', जैसे नारे गंजू रहे थे. पोस्टर लगे थे. इमारतों की छत से फूलों की पंखुड़ियां बरसाई जा रही थीं - ये वो तस्वीर थी जो केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घंटे भर के रोड शो के दौरान देखी गई. दोनों नेता 25 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के दक्षिणी दिल्ली से सांसद उम्मीदवार सहीराम पहलवान के लिए प्रचार करने पहुंचे थे.
शुक्रवार, 10 मई को सुप्रीम कोर्ट ने कथित दिल्ली शराब उत्पाद शुल्क नीति घोटाले के सिलसिले में आम आदमी पार्टी प्रमुख को 1 जून तक अंतरिम जमानत दे दी, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है.
आम आदमी पार्टी की पहचान वाली टोपी और गले में नीले-पीले रंग के स्टोल पहनकर पार्टी समर्थक रोड शो में नाचते-गाते रहे. "देखो-देखो कौन आया.. शेर आया..शेर आया', 'जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल छूट गए" जैसे नारे इलाके में गूंज उठे.
मान के साथ अरविंद केजरीवाल ने सहीराम पहलवान के लिए प्रचार करते हुए एक किलोमीटर की दूरी तय की. वह कालू राम चौक पर रुके, जहां से उन्होंने अपनी काली एसयूवी से भीड़ को संबोधित किया.
उनके आने का बेसब्री से इंतजार करने वाले समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए केजरीवाल ने कहा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में वह देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए "भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तानाशाही के खिलाफ लड़ाई" में देश भर में अभियान चलाएंगे.
केजरीवाल ने इसे "इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़" बताते हुए कहा:
शाम को पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर में AAP उम्मीदवार कुलदीप कुमार के समर्थन में केजरीवाल के दूसरे रोड शो में भी इसी तरह की तस्वीर देखी गई.
महरौली बाजार की संकरी गली, जहां कई दुकानें हैं, शनिवार को बंद हो गई.
उत्तराखंड के छलिया डांसर्स और भांगड़ा डांसर्स से लेकर, चेंदा के माध्यम से केरल की पारंपरिक ताल बजाने वाले पुरुषों तक, भारी भीड़ ने केजरीवाल और मान का स्वागत किया. भीड़ में महरौली, महिपालपुर और आसपास के इलाकों के कई पुरुष और महिलाएं शामिल थीं.
उत्साह में नाचते हुए, एक गृहिणी, भगवानी देवी ने कहा, "मैं यहां केजरीवाल जी की (अंतरिम) रिहाई का जश्न मनाने के लिए आई हूं. वह भी हमारी तरह ही गरीब हैं. वह एक आम आदमी हैं. वह हमारे दिन-प्रतिदिन के संघर्षों को समझते हैं और उन्होंने हमारी बहुत मदद की है. निःसंदेह, हमारा वोट उनके लिए है. हम मौजूदा सरकार को वोट से उखाड़ फेंकेंगे.”
इस बीच, विनीता ने क्विंट हिंदी से कहा
कपड़ा दुकान चलाने वाले साहिल गोयल ने कहा कि वह केजरीवाल के समर्थन में अपने क्षेत्र में इतनी बड़ी भीड़ को इकट्ठा होते देखकर उत्साहित हैं. "मुझे पूरा विश्वास है कि केजरीवाल इस बार दिल्ली में जीतेंगे. यह उनका गढ़ है, जिसे कोई अन्य पार्टी नहीं हरा पाई है."
महिपालपुर में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चलाने वाले विजयपाल का मानना है कि केजरीवाल की मौजूदगी से "दिल्ली में AAP की संभावनाएं और बढ़ेंगी."
इस बीच, महरौली में किराना स्टोर चलाने वाले राजेंद्र कुमार साहिनी का मानना था कि AAP "लोगों के विकास के लिए काम करने वाली" एकमात्र पार्टी है.
जैसे ही लाउडस्पीकर पर आम आदमी पार्टी का प्रचार गीत 'जेल का जवाब वोट से' बजाया गया, एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने, जो अपना नाम नहीं बताना चाहते थे, कहा:
1 किलोमीटर की दूरी पर चलते समय क्विंट हिंदी की मुलाकात कांग्रेस समर्थक 73 वर्षीय भजनलाल से हुई जो प्रचार रैली में हिस्सा ले रहे थे.
महरौली निवासी और रैली से गुजर रहे चंद्रभान (66) अपने इलाके में केजरीवाल की मौजूदगी से नाराज थे. “चूंकि वह हमारे क्षेत्र में आए हैं, इसलिए उनका स्वागत करना हमारा कर्तव्य है. लेकिन उन्होंने लोगों के लिए क्या किया है? जेल जाने से पहले भी उन्होंने कुछ नहीं किया. अब, वह काम न करने के बहाने के रूप में जेल का इस्तेमाल करेंगे."
अपने पड़ोस में सड़क की खराब स्थिति पर प्रकाश डालते हुए, 66 वर्षीय व्यक्ति ने कहा:
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को मौजूदा लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार करने की अनुमति दे दी है, लेकिन उन्हें अपने मुख्यमंत्री कार्यालय में जाने या कोई भी आधिकारिक कर्तव्य निभाने की अनुमति नहीं है क्योंकि इसका दूसरों पर "व्यापक प्रभाव" पड़ सकता है.
केजरीवाल की रिहाई, जिन्हें 2 जून को जेल में आत्मसमर्पण करना होगा, लोकसभा चुनाव के शेष चार चरणों के मतदान से पहले आम आदमी पार्टी और बड़े इंडिया गुट के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन बनकर आई है. जिन सीटों पर मतदान होना बाकी है, उनमें आम आदमी पार्टी दिल्ली में चार, हरियाणा में एक और पंजाब में 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
जैसे ही रैली खत्म हुई, क्विंट हिंदी की मुलाकात कुछ बीजेपी और AAP कार्यकर्ताओं से हुई, जो इस बात पर बहस कर रहे थे कि 25 मई के लोकसभा चुनाव में कैसे जीत होगी.
महरौली के एक बीजेपी कार्यकर्ता मनोज शर्मा ने कहा, "केजरीवाल को जमानत मिलना कोई बड़ी बात नहीं है. उनकी रैली सिर्फ एक दिखावा है. वे इसे ऐसे चित्रित कर सकते हैं जैसे कि इससे दिल्ली में आम आदमी पार्टी की संभावनाएं बढ़ जाएंगी, लेकिन सच तो ये है कि यहां की लोकसभा सीटों पर सालों से बीजेपी का दबदबा है. चुनाव अगला प्रधानमंत्री चुनने के लिए है, अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए नहीं.''
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