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राजस्थान का सियायी संग्राम थमता नजर आ रहा है, पिछले एक महीने से चल रहे ड्रामे के बाद अशोक गहलोत के तेवर भी नरम पड़े हैं. उन्होंने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा -
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि जो ऐपिसोड हुआ है एक प्रकार से भूलो और माफ करो की स्थिति में रहें, सब मिलकर चलें क्योंकि प्रदेशवासियों ने विश्वास करके हमारी सरकार बनाई थी. हमारी सबकी जिम्मेदारी उस विश्वास को बनाए रखने और प्रदेश की सेवा करने की बनती है.
बता दें कि सचिन पायलट का खेमा इस बात के लिए मान गया है कि वो पार्टी में बना रहेगा. इसके लिए प्रियंका गांधी, राहुल गांधी की सचिन पायलट से मुलाकात हुई. पायलट को आश्वासन दिया गया कि उनकी शिकायतों पर ध्यान दिया जाएगा. ये साफ कर दिया गया कि अभी राजस्थान में कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा. जैसी स्थिति है वैसी ही बनी रहेगी. लेकिन एक कमेटी बना दी गई.
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