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पश्चिम बंगाल (West Bengal) के भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव (Bhabanipur Assembly bypoll) में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जमकर बवाल हुआ. कई जगहों पर बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई. वहीं बीजेपी ने सत्ताधारी TMC पर हमले का आरोप लगाया है. बीजेपी ने कहा कि उसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) को TMC समर्थकों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद चुनाव-प्रचार बीच में रोकना पड़ा.
हाल ही में नियुक्त पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दावा किया कि दिलीप घोष पर TMC समर्थकों ने लात-घूसे बरसाए और धक्का-मुक्की की.
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन 27 सितंबर को बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ उपचुनाव लड़ रही पार्टी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल के समर्थन में दिलीप घोष समेत कई बड़े पार्टी नेताओं को तैनात किया था.
सामने आये वीडियो में दिलीप घोष के सुरक्षा गार्डों को भीड़ को डराने के लिए सर्विस रिवॉल्वर लहराते हुए देखा गया. स्थिति को नियंत्रण से बाहर होते देख दिलीप घोष पीछे हट गए और अपने कार्यकर्ताओं को अपने पीछे हटने को कहा.
दिलीप घोष ने ट्वीट कर कहा कि “आज भवानीपुर के जगुबबर बाजार में सुनियोजित हमला TMC के गुंडों द्वारा मुझे मारने की साजिश थी. यह सत्ताधारी पार्टी की जघन्य, भयावह प्रकृति को उजागर करता है.क्या इस घटना के बाद स्वस्थ चुनाव हो सकते हैं ??”
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि "जब मैं आज भवानीपुर में चुनाव प्रचार कर रहा था, तब TMC कार्यकर्ताओं ने मुझे गालियां दीं. मैं एक वैक्सीन सेंटर में कुछ लोगों से मिल रहा था, तभी कुछ लोगों ने मुझे घेर लिया और धक्का-मुक्की करने लगे. हमारे एक कार्यकर्ता को बुरी तरह पीटा गया"
बीजेपी और TMC कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प पर पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि “स्थिति बहुत गंभीर है और चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है. हमारी पार्टी की एक टीम ने उनसे दिल्ली में मुलाकात की और यहां (कोलकाता में) हमारे प्रतिनिधिमंडल ने उनसे कई बार मुलाकात की, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की”
बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए TMC के वरिष्ठ नेता और पार्टी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि “कुछ लोग दिलीप घोष के खिलाफ जॉय बांग्ला के नारे लगा रहे थे. यह एक स्वतःस्फूर्त विरोध था क्योंकि उन्होंने पहले ममता बनर्जी के खिलाफ कई अपमानजनक बयान दिए थे.”
गौरतलब है कि सुवेंदु अधिकारी के हाथों नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी के हार के बाद सबकी नजर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण भवानीपुर उपचुनाव पर है. 30 सितंबर को भवानीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा. इस सीट से सीएम ममता बनर्जी साल 2011 और साल 2016 में जीत हासिल कर चुकी हैं.
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