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बिहार की सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने गुरुवार को अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है. उन्होंने कहा कि अफसरों की तानाशाही के कारण कोई काम नहीं हो रहा है. केवल सुविधा भोगने के लिए मंत्री नहीं रह सकते. वे अब इस्तीफा दे देंगे. मंत्री सहनी ने गुरुवार को अफसरशाही के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए यहां तक कह दिया कि अधिकारियों की कौन कहे चपरासी तक मंत्री की बात नहीं सुनते.
उन्होंने कहा, "अफसरों की तानाशाही को लेकर परेशान हो गए हैं. कोई काम नहीं हो रहा है. जब हम गराीबों का भला ही नहीं कर पा रहे हैं, तो केवल सुविधा भोगने के लिए मंत्री नहीं रह सकते. मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देंगे." उन्होंने कहा कि अगर मंत्री की भी बात सरकार में नहीं सुनी जाएगी तो ऐसी हालत में मंत्री पद पर रह कर क्या फायदा?
जब उनसे पार्टी छोड़ने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने इसे नकारते हुए कहा, "पार्टी में रहेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करेंगे."पत्रकारों द्वारा 'अन्य विभागों में भी अफसरशाही है' पूछे जाने पर उन्होंने कहा मैं नहीं जानता.
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