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बिहार (Bihar) में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, एक मृतक व्यक्ति ने पंचातयत चुनाव में जीत हासिल कर ली. बिहार के जुमई जिले में चुनाव की जीत के बाद जब सर्टिफिकेट मिलने की बारी आई तो जीतने वाला प्रत्याशी के बारे में पता चला कि उसकी मौत चुनाव से कुछ दिन पहले ही हो चुकी है.
जुमई जिले के दीपकरहर गांव में सोहन मुर्मू के नाम से एक व्यक्ति चुनाव में खड़ा हुआ जो बुधवार, 24 नवंबर को कराया गया था, जिसने अपनी मौत के कारण पैदा हुई सहानुभूती के चलते जीत हासिल कर ली. लेकिन जब जीत का सर्टिफिकेट देने के लिए बीडीओ ने सोहन मुर्मू के बारे में पता लगाया तब पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है.
बीडीओ ने बताया कि, "अपने प्रतिद्वंद्वी को 28 मतों से हराने वाले मुर्मू के परिवार के सदस्यों ने कहा कि चुनाव जीतने की यह उनकी आखिरी इच्छा थी. इसलिए वे चुप रहे. गांव के किसी भी निवासी ने हमें सूचना भी नहीं दी. ऐसा प्रतीत होता है कि सभी ने उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करते हुए उनके पक्ष में मतदान किया."
बीडीओ ने कहा कि, "विजेता का प्रमाण पत्र किसी को नहीं दिया जा सकता है. हम राज्य के चुनाव आयोग को इस अनुरोध के साथ लिखने जा रहे हैं कि संबंधित वार्ड के चुनाव को रद्द कर दिया जाए और नए सिरे से चुनाव कराया जाए."
मुर्मू की आखरी इच्छा और उसके प्रति गांव वालों की सहानुभूति ने राज्य के चुनाव आयोग का काम बढ़ा दिया क्योंकि अब एक बार फिर नए सिरे चुनाव कराए जाएंगे.
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