मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019उमा भारती ने माना,दलित के घर खाना सिर्फ स्टंट,बाकी नेता कब मानेंगे

उमा भारती ने माना,दलित के घर खाना सिर्फ स्टंट,बाकी नेता कब मानेंगे

दलित परिवारों में जाकर नेताओं का ‘लंच डिनर स्टंट’ जारी है. यूपी के मंत्री भी दलित परिवार के घर खाना खाकर आ गए हैं

अभय कुमार सिंह
पॉलिटिक्स
Updated:
अमित शाह  वाराणसी के जोगियापुर गांव में दलित परिवार के घर खाना खाते हुए
i
अमित शाह वाराणसी के जोगियापुर गांव में दलित परिवार के घर खाना खाते हुए
(फाइल फोटो: रौशन जायसवाल)

advertisement

दलित परिवारों में जाकर बीजेपी नेताओं का 'लंच डिनर स्टंट' जारी है. यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा भी अलीगढ़ में दलित परिवार के घर खाना खाकर आ गए हैं. विवाद इस बात का है राजनीतिक स्टंटबाजी के लिए भी मंत्रीजी दलित के हाथ से बना खाना नहीं खा सके. खाना तो खाया लेकिन हलवाई के हाथ से बना. उन्होंने बाहर से खाना और मिनरल वाटर मंगवाया क्योंकि परिवार को मंत्री के आने की सूचना नहीं थी . इस डिनर के तमाम व्यंजन और चम्मच-कटोरी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. दलित परिवार ने दावा किया है कि उन्हें रात्रिभोज के कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी. उन्हें मेहमानों की खातिरदारी के लिए रात 11 बजे नींद से जगाया गया.

ऐसे ही आरोप बीजेपी के कर्नाटक सीएम उम्मीदवार येदियुरप्पा पर भी लग चुके हैं. मान लिया कि किसी मंत्री, सांसद, विधायक ने दलित के घर खाना खा भी लिया, बदला क्या? क्या उस परिवार को कोई 'बाबू साहब या पंडित जी' अपने साथ पंगत में बिठाकर खाना खिलाने लगे? क्या उस परिवार को मंदिर, धर्मस्थानों में वो ही सम्मान दिया जाने लगा जो सवर्ण परिवारों को मिलता है? अरे कुछ नहीं तो क्या उस परिवार की माली हालत ही सुधर गई? जवाब आपको पता है.

ऐसे लोगों के लिए बीजेपी की नेता उमा भारती की ताजा लताड़ बिलकुल सटीक है. यूपी के मंत्री सुरेश राणा जैसे नेताओं को इशारों-इशारों में समझाते हुए उमा भारती ने बताया कि वो कोई भगवान राम नहीं हैं, जो दलित के घर जाने से उस परिवार को पवित्रता मिल जाएगी. ऐसी गफलत पालना भी किसी मंत्री, सांसद, विधायक के लिए गलत है.

मैं दलित के घर भोजन करने नहीं जाती हूं. हम भगवान राम नहीं हैं कि दलितों के साथ भोजन करेंगे, तो वो पवित्र हो जाएंगे. जब दलित हमारे घर आकर साथ बैठकर भोजन करेंगे, तब हम पवित्र हो पाएंगे. दलित को जब मैं अपने घर अपने हाथों से खाना परोसूंगी तब मेरा घर धन्य हो जाएगा.
उमा भारती, केंद्रीय मंत्री
वो जमाना चला गया जब दलितों के घर में बैठकर भोजन करना सामाजिक समरसता का सूत्र था. अब तो राजनीति में जो दलितों और पिछड़ों के साथ भेदभाव होता है, उसमें सामाजिक समरसता लानी पड़ेगी.
उमा भारती, केंद्रीय मंत्री
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मंत्रीजी की क्या मजबूरी है?

बीजेपी में दलितों के घर खाना खाने जैसे राजनीतिक प्रचार का चलन रहा है. राजनाथ सिंह, अमित शाह तो कभी खुद पीएम  मोदी जैसे चोटी के नेता दलितों और पिछड़ी जातियों के परिवारों के घर पहुंचकर खाना खा चुके हैं.

भोजन करते केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह(फोटो: ट्विटर)
(फोटो: रौशन जायसवाल)  
(फोटो: PIB)

ये तस्वीरें जो आप ऊपर देख रहे हैं, ये साल 2015, 2016 की है. 2 साल बीत गए हैं, लेकिन ये पूछने की शायद ही किसी ने जहमत की, कि अमित शाह, मोदी या राजनाथ के इन परिवारों से जाने के बाद क्या गांव-देहात के सवर्ण दलितों के साथ बैठकर खाना खाने लगे हैं? तस्वीरें तो खींच गईं हैं ये टीवी, पेपर और वेबसाइट पर सालों रहेंगी लेकिन बदलता कुछ नहीं दिखा. बीजेपी की इस समरसता की कोशिश के बाद ही कभी दलित दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने के लिए पीटा गया, तो कभी मूंछ रखने या बुलेट रखने पर धमकाया गया.

फिलहाल, यूपी में दलित के घर खाना खाने वाले नेताओं में तेजी देखने को मिल रही है. राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ भी प्रतापगढ़ के एक दलित परिवार के घर पहुंचे थे. उस वक्त भी ऐसा कहा गया कि उनको परोसी गई रोटी बीजेपी की मंत्री स्वाति सिंह ने बनाई थी. अब एक और मंत्री सुरेश राणा मंगलवार को दलित परिवार के पास पहुंचे थे. पूरे इंतजाम के साथ पहुंचे मंत्रीजी ने खाना तो दमभर खाया लेकिन दलित के हाथ से बना नहीं, बल्कि हलवाई के द्वारा बनाया गया खाना. सफाई में सुरेश राणा कह रहे हैं, भोजन गांव के दलितों ने ही बनाया था, जो सबने खाया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 02 May 2018,06:44 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT