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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से 24 मार्च को घोषित 111 प्रत्याशियों की लिस्ट में 13 नाम उत्तरप्रदेश से हैं. इसमें जिस प्रत्याशी के नाम की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है वह हैं अरुण गोविल. भारतीय टेलीविजन का एक जाना माना चेहरा और धारावाहिक रामायण में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल को पार्टी ने मेरठ से मैदान में उतारा है.
पार्टी द्वारा जारी 13 सीटों पर प्रत्याशियों की बात करें तो इसमें 9 सांसदों का टिकट कटा है. 2019 में चुनाव हारने वाले राघव लखनपाल और सर्वेश सिंह को क्रमशः सहारनपुर और मुरादाबाद से दोबारा मौका मिला है. इस लिस्ट में सुल्तानपुर से मेनका गांधी और अलीगढ़ से सतीश गौतम सिर्फ दो ऐसे मौजूदा सांसद हैं जिन पर पार्टी ने फिर भरोसा जताया है.
पीलीभीत लोकसभा सीट से बीजेपी ने इस बार सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है. पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी कर सुर्खियों में रहनेवाले वरुण गांधी की जगह बीजेपी ने यूपी के मंत्री जितिन प्रसाद को पीलीभीत से टिकट दिया है.
इससे पीलीभीत का चुनाव अब रोचक हो गया है. वहां INDIA गठबंधन की तरफ से एसपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार मैदान में हैं तो वहीं अब बीजेपी की तरफ से मंत्री जितिन प्रसाद मोर्चा संभालेंगे. हालांकि पार्टी ने वरुण गांधी की मां मेनका गांधी को उनके सुलतानपुर सीट पर एक बार फिर मौका दिया है.
वहीं अगर टिकट कटने वाले दूसरे बड़े नामों की बात करें तो उनमें रिटायर्ड जनरल वीके सिंह भी शामिल हैं. आधिकारिक लिस्ट आने के कुछ घंटे पहले ही गाजियाबाद सांसद वीके सिंह ने बताया कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे.
उनकी जगह अब गाजियाबाद से विधायक और पूर्व राज्य मंत्री अतुल गर्ग को चुनावी मैदान में उतारा गया है. सूत्रों की माने तो इस सीट पर दावेदारों के नाम में कवि कुमार विश्वास का नाम भी शामिल था.
उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में बीजेपी ने बहुत कम बदलाव किए थे और पुराने चेहरे पर ही दांव लगाया. लेकिन 13 प्रत्याशियों की जारी ताजी लिस्ट में कई फेरबदल किए.
स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और बदायूं सांसद संघमित्रा मौर्य का टिकट भी कट गया है. उनकी जगह पार्टी ने दुर्विजय सिंह शाक्य को मैदान में उतारा है. इस सीट पर INDIA गठबंधन की तरफ से एसपी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव की बतौर प्रत्याशी पहले ही घोषणा हो चुकी है.
पार्टी ने बाराबंकी सीट पर भी बदलाव किया है. यहां के सांसद उपेंद्र सिंह रावत का पार्टी द्वारा घोषित पहले लिस्ट में बतौर प्रत्याशी नाम था.
नाम के अधिकारिक घोषणा के कुछ दिनों सांसद उपेंद्र सिंह रावत का एक कथित अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसको लेकर सांसद उपेंद्र रावत ने यह सफाई दी थी कि वीडियो AI और Deep Fake की मदद से उन्हें बदनाम करने के लिए बनाया गया है. बीजेपी द्वारा जारी ताजा लिस्ट में उपेंद्र रावत की जगह पूर्व विधायक राजरानी रावत को टिकट दिया गया है.
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