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दूसरे धर्मों में गए हिंदुओं की 'घर वापसी' की पहल होनी चाहिए- तेजस्वी सूर्या

धर्मनिरपेक्षता ने हिंदुओं को प्रभावित किया है जिसने मुसलमानों और ईसाइयों द्वारा अत्याचार सहा है- तेजस्वी

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<div class="paragraphs"><p>तेजस्वी सूर्या</p></div>
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तेजस्वी सूर्या

Image Courtesy: Twitter

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बीजेपी के राष्ट्रीय युवा मोर्चा के अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या (BJP Tejasvi Surya) ने शनिवार, 25 दिसंबर को एक और विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने कहा, "सभी धार्मिक मठों को दूसरे धर्मों में गए हिंदूओं को वापस लाने की पहल करनी चाहिए."

शनिवार, 25 दिसंबर को श्रीकृष्ण मठ के विश्वपणम कार्यक्रम में बोलते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा कि धर्म परिवर्तन को रोकने और हिंदू धर्म से अन्य धर्मों में परिवर्तित लोगों को वापस लाने का काम 'युद्धस्तर' पर होना चाहिए. युवा सांसद तेजस्वी ने सुझाव दिया कि 'घर वापसी' के अलावा कोई रास्ता नहीं है.

इस कार्यक्रम में पराया अदमारू मठ के द्रष्टा श्री ईशाप्रियतीर्थ श्रीपदा, विधायक रघुपति भट और होटल उद्यमी बीपी राघवेंद्र राव उपस्थित थे.

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"हमें पाकिस्तान के मुसलमानों को हिंदू धर्म में परिवर्तित करना चाहिए"

एक टिप्पणी में बीजेपी सांसद तेजस्वी ने दावा किया कि धर्मनिरपेक्षता (Secularism) ने हिंदुओं को प्रभावित किया है जिसने मुसलमानों और ईसाइयों द्वारा अत्याचार सहा है.

तेजस्वी ने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ हुई हिंसा में उन्होंने उनका आत्मसम्मान खो दिया है.

तेजस्वी ने कहा, "हमने इस देश में राम मंदिर बनाया है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया है. हमें पाकिस्तान के मुसलमानों को हिंदू धर्म में परिवर्तित करना चाहिए. हमें घर वापसी को प्राथमिकता देनी होगी. अखंड भारत के विचार में पाकिस्तान शामिल है. मठों और मंदिरों को इस संबंध में नेतृत्व करना चाहिए."

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि साम्यवाद और उपनिवेशवाद की वजह से हिंदू धर्म कमजोर हुआ है. उन्होंने दावा किया, "जो लोग टीपू जयंती मनाने का आग्रह कर रहे हैं, क्या उन्होंने कलाम जयंती या शिशुनाला शरीफा जयंती मनाने का आग्रह किया है? यही अंतर है."

बता दें कि तेजस्वी सूर्या की टिप्पणी कर्नाटक विधानसभा द्वारा बढ़ते विरोध के बावजूद विवादास्पद धर्मांतरण विरोधी विधेयक पारित करने के दो दिन बाद आई है.

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