बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने फैबइंडिया के नए विज्ञापन में दिवाली को 'जश्न-ए-रिवाज़' पर विवाद खड़ा कर दिया.
उनके अलावा कई अन्य लोगों ने आरोप लगाए कि विज्ञापन ने हिंदू परंपराओं को 'विकृत' किया, जिसके बाद फैबइंडिया ने विज्ञापन वापस ले लिया, ये कहते हुए कि उनके प्रोमो को दिवाली कलेक्शन के रूप में गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया था - और इसका दिवाली कलेक्शन जल्द ही 'झिलमिल सी दिवाली' के तहत लॉन्च किया जाएगा.
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लेकिन क्या इस पूरे विवाद का कोई मतलब भी बनता है?
यही जानने के लिए द क्विंट की फ़बेहा सय्यद ने पुष्पेश पंत, अज़हर इक़बाल और सैफ़ महमूद जैसे इतिहासकारों और लेखकों से बात की.
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