advertisement
बीजेपी की नजर उन 90 सीटों पर है, जहां वह 2014 के लोकसभा चुनावों में हार गई थी. 2019 के चुनावों में एक बार फिर स्पष्ट बहुमत के लिए इन सीटों पर पार्टी जोर लगाने की सोच रही है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि बीजेपी एकजुट विपक्ष के खिलाफ लड़ाई लड़ सकती है. हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पार्टी को राजनीतिक तौर पर अहम उत्तर प्रदेश में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है. 2014 के चुनावों में उसने यहां शानदार प्रदर्शन किया था.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि बीजेपी को 2014 में जिन सीटों पर हार मिली थी, वहां अब वह खास ध्यान देना चाहती है. ताकि 2019 में जीत को और मजबूत किया जा सके.इन 90 सीटों पर वह खास रणनीति तैयार कर रही है. पार्टी के इस नेता ने कहा कि जिन सीटों पर हमारी जीत हुई है, उनमें से कुछ में हार सकते हैं. लेकिन जिन 90 सीटों में हम हार गए थे अगर उनमें से हमें कुछ में जीत मिली तो हमारे लिेए काफी बड़ा एडवांटेज रहेगा.
बीजेपी नेता ने कहा, जिन सीटों पर हमने जीत दर्ज की थी उनमें से कुछ पर हम हार सकते हैं लेकिन इन सीटों पर हमारी जीत हमें बहुमत के आंकड़े के पार ले जाएगी. पश्चिम बंगाल में बीजेपी की संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनावों में वहां 22 सीटों पर पार्टी जीत हासिल कर सकती है. पिछले चुनावों में पार्टी को 42 में से केवल दो सीटों पर जीत मिली थी. भगवा पार्टी ओडिशा में भी अच्छा कर सकती है जहां उसने केवल एक सीट पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने अगले चुनावों के लिए पश्चिम बंगाल,ओडिशा, आंध्रप्रदेश,केरल और तेलंगाना सहित कई राज्यों की पहचान की है जहां इसकी सीटें बढ़ सकती हैं.
इन राज्यों में पार्टी का पिछले चुनावों में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. पार्टी ने राजस्थान, गुजरात में सभी सीटों पर जीत हासिल की थी और उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश,बिहार,छत्तीसगढ़ और हरियाणा जैसे राज्यों में शानदार प्रदर्शन किए थे जिसकी बदौलत पहली बार लोकसभा में पार्टी ने बहुमत हासिल किया था.
ये भी पढ़ें - कर्नाटक चुनाव: बीजेपी ने जारी की 82 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined