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BSP विधायक ने किया था CAA का समर्थन, मायावती ने सस्पेंड किया

बीएसपी मुस्लिम समर्थकों के दूर होने से चिंतित है इसलिए सीएए पर सख्त रुख दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही 

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मायावती ने कहा, पार्टी ने CAA-NRC का विरोध किया था. लेकिन विधायक ने की इसकी अनदेखी
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मायावती ने कहा, पार्टी ने CAA-NRC का विरोध किया था. लेकिन विधायक ने की इसकी अनदेखी
(फोटो : रॉयटर्स)

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बीएसपी ने मध्यप्रदेश में पथेरिया से अपनी विधायक रमाबाई परिहार को CAA का समर्थन करने की वजह से पार्टी से सस्पेंड कर दिया है. उन पर पार्टी कार्यक्रमों में भी शामिल होने पर रोक लगा दी गई है. बहुजन समाज पार्टी CAA और NRC का विरोध कर रही है.

मायावती ने एक ट्वीट कर पार्टी के इस फैसले की जानकारी दी है. मायावती ने ट्वीट कर लिखा , 'उन पर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है. जबकि BSP ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी और असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरुद्ध वोट दिया और इसकी वापसी को भी लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया. फिर भी विधायक परिहार ने CAA का समर्थन किया. पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतावनी दी गई थी.'

मायावती ने कहा था,राजनीतिक शोषण के शिकार न हों मुसलमान

इससे पहले मंगलवार को मायावती ने केंद्र सरकार से सीएए एनआरसी को लेकर मुसलमानों की सभी आशंकाओं को जल्दी दूर करने और उन्हें पूरी तरह संतुष्ट करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोगों को भी सावधान रहना चाहिए कि इस मुद्दे की आड़ में कोई उनका राजनीतिक शोषण ना करे.

उनका इशारा कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की ओर था. बीजेपी पहले ही कह चुकी है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सीएए और एनआरसी के नाम पर कांग्रेस लोगों को बरगला और भड़का रही है.
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बीएसपी ने नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ वोट दिया था और जब वो पास हो गया तो नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने के लिए उनकी पार्टी के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिलने गया. लेकिन इस पूरे मामले में मायावती और बीएसपी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष से खुद को अलग रखा है. बीएसपी का दल राष्ट्रपति से कांग्रेस के नेतृत्व वाले दल की मुलाकात के एक दिन बाद मिलने गया.

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