बिजनौर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों में मोहम्मद सुलेमान नाम के लड़के की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी कांस्टेबल मोहित समेत 6 पुलिस वालों पर मुकदमा दर्ज हुआ है. इनमें स्टेशन हाउस मास्टर (एसएचओ) राजेश कुमार सोलंकी भी शामिल हैं. घटना नाहातौर की थी.
बता दें यह पहला मामला है जब उत्तरप्रदेश पुलिस ने माना है कि उनकी गोली से किसी शख्स की प्रदर्शन के दौरान मौत हुई है. बिजनौर पुलिस के एसपी संजीव त्यागी ने पुष्टि की है कि कांस्टेबल मोहित की गोली से सुलेमान की मौत हुई है. हालांकि उन्होंने कहा कि मोहित ने ‘’आत्मरक्षा’’ में गोली चलाई.
UPSC की तैयारी कर रहा था सुलेमान
बता दें सुलेमान दिल्ली के पास नोएडा में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. वह वहां अपने मामा के यहां रहता था. सुलेमान का ग्रेजुएशन का आखिरी साल था. हाल ही में वह बुखार से पीड़ित हो गया था, जिसके बाद वह नाहातौर वापस आ गया था.
सुलेमान के घर वालों का कहना है कि वो मस्जिद में नमाज अदा करने गया था. जब वह लौट रहा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस इसके बाद सुलेमान को मदरसे के पास एक गली में ले गई और वहां उसे गोली मार दी.
जिन पुलिस वालों पर मुकदमा दर्ज हुआ है, उनके नाम हैं- आउटपोस्ट इंचार्ज आशीष तोमर, एसएचओ राजेश कुमार सोलंकी, कांस्टेबल मोहित कुमार और तीन अन्य के नाम अज्ञात हैं. इन पर धारा 302 (हत्या), धारा 147 (दंगा), धारा 148 (घातक हथियारों के साथ दंगा) और धारा 149 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
बता दें देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, भोपाल, इलाहाबाद समेत तमाम छोटे-बड़े शहरों में प्रदर्शन हुए हैं.
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